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दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए घाटों पर मार्किंग का काम शुरू
jantaserishta.com
17 Oct 2024 3:06 AM GMT
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अयोध्या: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यकाल में अयोध्या में शुरू हुआ दीपोत्सव अब आठवीं बार कीर्तिमान बनाने को तैयार है। 30 अक्टूबर को होने वाले इस भव्य आयोजन के लिए प्रशासन ने तैयारी तेज कर दी है। 'डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय' की तरफ से दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए दो दर्जन से अधिक कर्मियों के साथ राम की पैड़ी के घाटों पर मार्किंग का कार्य शुरू कर दिया गया है।
बुधवार सुबह कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल के दिशा-निर्देश में विश्वविद्यालय के उप कुलसचिव मोहम्मद सहील ने दूसरी बार मार्किंग की कमान संभाली।
उन्होंने माइक्रोबायोलाजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. रंजन सिंह और कर्मियों के साथ दीपोत्सव के दिन 25 लाख दीए प्रज्वलित किए जाने को लेकर घाटों पर मार्किंग का कार्य कराया। उप कुलसचिव सहील ने बताया कि एक सप्ताह में घाटों पर मार्किग का कार्य पूरा हो जाएगा।
रामनगरी के आठवें दीपोत्सव को पहले से ज्यादा भव्य बनाने के लिए विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंटर कालेज व एनसीओ के स्वयंसेवक दोबारा पिछला रिकॉर्ड तोड़कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में रामनगरी अयोध्या का नाम फिर से दर्ज कराने के लिए कमान संभाल चुके हैं।
दीपोत्सव नोडल अधिकारी प्रो. संत शरण मिश्र ने बताया कि एक सप्ताह में राम की पैड़ी के 55 घाटों पर मार्किंग कार्य पूरा कर लिया जाएगा। 20 अक्टूबर तक स्वयंसेवकों के आई कार्ड, देर शाम से वितरित होने शुरू हो जाएंगे। राम की पैड़ी पर 25 लाख दीपों को प्रज्ज्वलित करने और 28 लाख दीए बिछाने के लिए 30 हजार स्वयंसेवकों को क्यूआर कोड वाला आईकार्ड दिया जाएगा। इस आईकार्ड को फुलप्रूफ बनाने के लिए कई फीचर्स भी शामिल किए गए हैं, जिससे आईकार्ड की डुप्लीकेसी नहीं हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि इस क्यूआर कोड से लैस आईकार्ड में स्वयंसेवकों का नाम, फोटो, मोबाइल नंबर, तैनाती स्थल एवं क्रमांक अंकित रहेगा। इसके अतिरिक्त आईकार्ड में जिला प्रशासन के प्राधिकृत अधिकारी, दीपोत्सव नोडल अधिकारी के साथ प्राधिकृत संस्था या इकाई के हस्ताक्षर रहेंगे।
दीपोत्सव में अयोध्या के 'धर्म पथ' और 'राम पथ' को भी जगमग किया जाएगा। इसके लिए लखनऊ के ताज रेडियो एंड इलेक्ट्रिक कंपनी को लाइटिंग की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गई है। राम कथा पार्क के पास इलेक्ट्रीशियन कैंप लगाकर लाइटों को तैयार करने का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा लगभग 2 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र में भव्य लाइटिंग की व्यवस्था के लिए तैयारी की जा रही है। डेकोरेटिव वॉल, इलेक्ट्रिक गेट और आर्टिफिशियल इलेक्ट्रिक लाइटों से पिलर को तैयार किया जा रहा है। 25 अक्टूबर तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
पर्यटन अधिकारी राजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि दीपोत्सव में विभिन्न प्रकार की झांकियों का भी आयोजन किया जाएगा। सूचना और पर्यटन विभाग के द्वारा इनको तैयार करने के लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। 30 अक्टूबर को साकेत महाविद्यालय में रामायण कालीन प्रसंग मंचन करने के लिए 18 झांकियां बनाई जा रही हैं, जिसमें 11 झांकियां सूचना विभाग और सात झांकियां पर्यटन विभाग की ओर से तैयार की जाएंगी।
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