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अन्य: रक्षाबंधन का त्योहार भाई बहन के प्यार-स्नेह का प्रतीक है। वही इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 30 अगस्त को प्रातः 10:58 मिनट से आरम्भ होगी, जो 31 अगस्त 2023 को प्रातः 07:05 तक चलेगी। रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 30 अगस्त 2023 रात 09:01 से 31 अगस्त प्रातः 07:05 तक रहेगा। मगर 31 अगस्त को सावन पूर्णिमा प्रातः 07: 05 मिनट तक है, इस समय भद्रा काल नहीं है। इस कारण 31 अगस्त को बहनें अपने भाई को राखी बांध सकती हैं। वही ऐसे में यहां कुछ अनुष्ठानों को करते समय ध्यान में रखने के लिए क्या करें तथा क्या न करें के बारे में बताया गया है.
ये करें:-
स्वच्छता: इस दिन स्वच्छता और साफ-सफाई की बेहद अहमियत है क्योंकि रक्षा बंधन एक पवित्र अनुष्ठान है तथा एक-दूसरे को खतरे से बचाने के लिए किए गए पवित्र वादों पर आधारित है.
दिशा: अनुष्ठान करते वक़्त भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके बैठना चाहिए. उन्हें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनका मुख कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ न हो.
सिर ढकना: अनुष्ठान करते वक़्त भाई को अपना सिर रूमाल से ढकने की सलाह दी जाती है. बहन को भी अपना सिर दुपट्टे से ढकना चाहिए.
अनुष्ठान करना: भाई के हाथ पर राखी बांधने से पहले, बहनों को भगवान से प्रार्थना करनी चाहिए. माथे पर तिलक लगाना चाहिए तथा प्रभु श्री गणेश या किसी अन्य देवता को राखी बांधनी चाहिए तथा आशीर्वाद लेना चाहिए.
क्या न करें:-
राहु काल: बहनों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि रक्षा बंधन अनुष्ठान का कोई भी अनुष्ठान राहु काल या भद्रा के दौरान न करें क्योंकि यह बेहद अशुभ है.
राखी के डिज़ाइन: राखी के डिज़ाइन आमतौर पर ओम, स्वस्तिक या कलश के प्रतीक होते हैं. हालांकि, बहनों को डिज़ाइन को ध्यान से देखना चाहिए तथा राखी पर बने किसी भी अशुभ संकेत से बचना चाहिए.
नुकीली वस्तु: रक्षाबंधन पर उपहार में कोई नुकीली वस्तु नहीं देनी चाहिए. राखी हमेशा दाहिने हाथ में बांधनी चाहिए.
Manish Sahu
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