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अमेरिका से स्वदेश लौटे जसपाल सिंह के परिवार ने कहा, 'यूएस सरकार से केंद्र करे बात '

jantaserishta.com
6 Feb 2025 2:45 AM GMT
अमेरिका से स्वदेश लौटे जसपाल सिंह के परिवार ने कहा, यूएस सरकार से केंद्र करे बात
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गुरदासपुर: अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीय स्वदेश लौट आए हैं। बुधवार को अमेरिकी मिलिट्री विमान यूएस सी17 पंजाब के अमृतसर में लैंड किया। इन 140 लोगों में पंजाब के 30 युवक शामिल हैं।
अमेरिकी सरकार का कहना है कि ये लोग गलत तरीके से अमेरिका में दाखिल हुए, इसलिए इन लोगों को डिपोर्ट किया है। इसमें गुरदासपुर के कस्बा फतेहगढ़ चूड़ियां के रहने वाला एक युवक जसपाल सिंह भी शामिल है।
जसपाल सिंह के परिवार के सदस्यों ने बुधवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि जसपाल सिंह पहले कुवैत में काम करता था। वहां से बीते दिनों वह अमेरिका गया था। हमने 45 लाख रुपये खर्च कर उसे अमेरिका भेजा था, ताकि वह अपने परिवार का पालन पोषण कर कर सके।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि घर और खेत बेचकर उन्होंने पैसे एकत्र किए थे। उनका कहना है कि अमेरिकी सरकार ने भारतीयों को स्वदेश भेज दिया, ये गलत फैसला है। इसलिए उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि वह केंद्र सरकार से डिपोर्ट किए गए लोगों के बारे में अमेरिकी सरकार से बात करने के ल‍िए कहा और उन्हें फिर से लीगल तरीके से वापस भेजा जाए। उन्होंने कहा कि जसपाल टूरिस्ट वीजा पर अमेरिका गया था, लेकिन अभी तक घर नहीं पहुंचा, क्योंकि भारत की एजेंसियां उससे पूछताछ कर रही हैं।
बता दें कि अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीय स्वदेश लौट आए हैं। बुधवार को अमेरिकी मिलिट्री विमान यूएस सी17 पंजाब के अमृतसर में लैंड किया। विमान ने अमृतसर एयरपोर्ट अथॉरिटी से लैंड करने की परमिशन मांगी थी, इसके बाद उन्हें लैंड करने की मंजूरी दी गई।
जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी सैन्य विमान सी-17 में 104 भारतीय सवार थे, जिनमें 79 पुरुष और 25 महिलाएं शामिल थीं। बताया जा रहा है कि इस विमान से गुजरात के 33, हरियाणा के 33, पंजाब के 30, महाराष्ट्र के 3, उत्तर प्रदेश के 3 और चंडीगढ़ के 2 लोग वापस आए हैं। अमेरिकी सी-17 सैन्य विमान अवैध प्रवासियों को लेकर मंगलवार को टेक्सास से भारत के लिए रवाना हुआ था।
एयरपोर्ट अथॉरिटी के मुताबिक, इन लोगों का वेरिफिकेशन क‍िया जा रहा है। इमिग्रेशन और कस्टम से क्लीयरेंस के बाद इन्‍हें पंजाब पुलिस को सौंप दिया जाएगा।
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