रूस की ओर से यूक्रेन पर शुरू किए गए हमले के अबतक 10 दिन हो चुके हैं। दोनों देशों के बीच दो दौर की वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन वार्ता का परिणाम बेनतीजा रहा है। इसी बीच इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मॉस्को में मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यूक्रेन संकट को लेकर चर्चा हुई।
बेनेट के प्रवक्ता ने इस मुलाकात की पुष्टि करते हुए कहा कि इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने शनिवार को क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ यूक्रेन संकट पर चर्चा की है। रूसी प्रवासियों की पर्याप्त आबादी वाले इस्राइल ने रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष में मध्यस्थता करने की पेशकश की है। इस्राइल पहले भी इस विवाद के समाधान के लिए मध्यस्थता की पेशकश कर चुका है।
हालांकि अमेरिका के करीबी सहयोगी इस्राइल ने रूसी आक्रमण की निंदा और कीव के साथ एकजुटता व्यक्त कर चुका है। साथ ही इस्राइल ने यूक्रेन को मानवीय सहायता भी भेजी है। इस्राइल ने कहा है कि वह यूक्रेन संकट को कम करने में मदद करने की उम्मीद में मास्को के साथ संपर्क बनाए रखेगा।
इस्राइल सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद को मास्को द्वारा दिए जा रहे सैन्य समर्थन के प्रति भी जागरूक है। इस्राइल सीरिया में नियमित रूप से ईरानी और हिज्बुल्लाह सैन्य ठिकानों पर हमला करता रहता है। मास्को के साथ इस्राइल के संपर्क होने की वजह से रूसी और इस्राइली सेनाओं को आपस में गोलीबारी करने से बचाता है।
उनके प्रवक्ता ने कहा कि बेनेट एक धार्मिक यहूदी हैं, उन्होंने सब्बाथ के कानून (यहूदियों के लिए शनिवार साप्ताहिक विश्राम और ईश्वर-प्रार्थना का दिन होता है) का उल्लंघन करते हुए रूस के लिए उड़ान भरी क्योंकि यहूदी धर्म इसकी अनुमति देता है, जब इसका उद्देश्य मानव जीवन को संरक्षित करना है।