अन्य
सुखबीर बादल पर हमले की पंजाब के पूर्व मंत्री सिकंदर सिंह मलूका ने की निंदा
jantaserishta.com
5 Dec 2024 3:14 AM GMT
x
भटिंडा: शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल पर बुधवार को स्वर्ण मंदिर के गेट पर हुए जानलेवा हमले की पंजाब सरकार के पूर्व मंत्री और शिरोमणि अकाली दल नेता सिकंदर सिंह मलूका ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमारे मतभेद हो सकते हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि हम किसी को जान से मार दें।
सिकंदर सिंह मलूका ने पत्रकारों से कहा, "हमारे बीच मतभेद हो सकते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम किसी की जान लेने की कोशिश करें। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस स्थान को हम सबसे धार्मिक मानते हैं, वहां ऐसी घटना हुई।"
मलूका ने कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है और आस्था एवं श्रद्धा के कारण श्री हरमंदिर साहिब के बाहर ऐसी घटनाओं का होना अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में मौके पर पकड़े गए हमलावर नारायण सिंह चौरा की पत्नी जसमीत कौर ने मीडिया कर्मियों को बताया कि उनके पति सुबह लगभग पौने छह बजे घर से निकले थे। वह यह कहकर गए थे कि श्री दरबार साहिब में बरसी का कार्यक्रम है, जिसमें वह शामिल होने जा रहे हैं। जसमीत कौर ने कहा कि इस घटना के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थीं।
उन्होंने बताया कि उनका पति पहले भी अमृतसर, गुरदासपुर, लुधियाना और चंडीगढ़ की जेलों में सजा काट चुका है। उन्होंने "जो भी किया, वह गलत" था। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि उनके पति ने ऐसा कदम क्यों उठाया।
गौरतलब है कि सुखबीर सिंह बादल को अकाल तख्त द्वारा धार्मिक सजा सुनाई गई थी। अकाल तख्त ने उन्हें 2007 से 2017 तक सत्ता में रहते हुए धार्मिक गलतियां करने के आरोप में सजा दी थी। उन पर आरोप था कि उन्होंने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को माफी दिलवाने में मदद की और राम रहीम के खिलाफ शिकायत वापस लेने के लिए अपनी शक्तियों का इस्तेमाल किया। इसके अलावा, उन पर सिख पंथ के साथ गद्दारी करने का भी आरोप है।
jantaserishta.com
Next Story