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श्रावण मास में काशी आने वाले भक्तों को न हो कोई परेशानी: मुख्यमंत्री योगी

jantaserishta.com
23 July 2024 2:33 AM GMT
श्रावण मास में काशी आने वाले भक्तों को न हो कोई परेशानी: मुख्यमंत्री योगी
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वाराणसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि श्रावण मास के दौरान काशी आने वाले बाबा के भक्तों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। उन्हें किसी भी दशा में परेशानी का सामना न करना पड़े। प्रमुख शिवालयों सहित पूरे शहर में चाक चौबंद साफ-सफाई के साथ ही प्रकाश व्यवस्था, चिकित्सकीय सुविधा आदि की व्यवस्था की जाए। साथ ही सुरक्षा सहित यातायात की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को वाराणसी सर्किट हाउस सभागार में अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ श्रावण मास की व्यवस्थाओं एवं विकास परियोजनाओं के प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनसमस्याओं के निस्तारण में पूरी तत्परता बरते जाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि इसमें गुणवत्ता एवं समयबद्धता के साथ पारदर्शिता अवश्य हो।
उन्होंने शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों को उपलब्ध कराए जाने पर ख़ास जोर देते हुए कहा कि कोई भी पात्र लाभार्थी इससे वंचित न रहने पाए। उन्होंने निर्माणाधीन परियोजनाओं को युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूरा कराए जाने हेतु कार्यदायी संस्था के अधिकारियों को भी निर्देशित किया।
वाराणसी में निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने जिले में मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य को शीघ्रता से शुरू कराए जाने के लिए कहा। रामनगर पीएसी में 200 बेड बैरक निर्माण कार्य में प्रगति संतोषजनक न होने पर संबंधित की जवाबदेही तय करते हुए कार्य तेजी से कराए जाने का आदेश दिया।
सीएम ने ग्रामीण पेयजल योजना के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराए जाने का भी निर्देश दिया और कहा कि पाइप बिछाए जाने के बाद सड़कों की मरम्मत न कराए जाने की शिकायत मिल रही है, ऐसे संबंधित ठेकेदारों की जिम्मेदारी तय की जाए और कटिंग की गई सड़कों की शत प्रतिशत मरम्मत सुनिश्चित कराए जाए। गंजारी में निर्माणाधीन इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में अपेक्षित प्रगति सुनिश्चित कराए जाने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया।
बैठक के दौरान बड़ागांव बाजार में दो माह से पंप खराब होने से पेयजल आपूर्ति बाधित होने की शिकायत पर तत्काल निस्तारण कराए जाने के साथ ही इसके लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई करने के लिए कहा। उन्होंने हिदायत देते हुए कहा कि शहर में कही भी सीवर ओवरफ्लो नहीं होना चाहिए और अगर कहीं इसकी शिकायत मिले, तो तुरंत समाधान किया जाए।
विद्युत विभाग के कुछ कर्मियों द्वारा फोन न उठाए जाने की शिकायत पर ऐसे जेई, एई, एसडीओ को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा। सीएम योगी ने कहा कि वाराणसी प्रधानमंत्री का संसदीय क्षेत्र भी है, उनके मार्ग निर्देशन में अब तक यहां लगभग 40 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य हो चुके हैं। लगभग 12 हजार करोड़ रुपए की विकास परियोजनाएं निर्माणाधीन है। उन्होंने कहा कि परियोजनाओं का डीपीआर बनाते समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सुझाव अवश्य लिए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक परियोजनाओ के मॉनिटरिंग के लिए एक-एक नोडल अधिकारी नामित किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने राजस्व से संबंधित वरासत, पैमाइश आदि के लंबित मामलों के समय से निस्तारण पर जोर देते हुए कहा कि शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित हो। उन्होंने महिला सुरक्षा, यातायात एवं पर्यटन के दृष्टिगत सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता रखे जाने का भी निर्देश दिया। विकास प्राधिकरण एवं नगर निगम को कार्यपद्धति बेहतर करते हुए अपनी छवि सुधारने पर विशेष जोर दिया। भवनों के मानचित्र स्वीकृति में तेजी लाये जाने के साथ ही सरलीकरण पर विशेष जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी नियमित रूप से अपने कार्यालयों में बैठकर जन सुनवाई करें और मेरिट के आधार पर शिकायतों का समाधान कराएं। मुख्यमंत्री ने संभावित बाढ़ को देखते हुए पूरी तैयारियां रखे जाने का निर्देश दिया। उन्होंने विद्युत विभाग को कांवड़ यात्रा तथा श्रद्धालुओं के दृष्टिगत विद्युत सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने हेतु निर्देशित किया। धान की रोपाई के दृष्टिगत किसानों के लिए पर्याप्त विद्युत आपूर्ति के साथ ही जिले में निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित कराए जाने हेतु कड़े निर्देश दिए।
सीएम ने सावन मेला के दृष्टिगत कावड़ियों एवं श्रद्धालुओं आदि की सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती के लिए कहा। सिंचाई विभाग के अभियंता को नहरों के टेल तक पानी पहुंचाए जाने का निर्देश दिया। बैठक में रिंग रोड फेज 2, प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण एवं सुंदरीकरण, निर्माणाधीन रेल उपरगामी सेतुओं, भवनों तथा अन्य परियोजनाओं के प्रगति की समीक्षा के दौरान अपेक्षित तेजी लाने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने सावन मेला की तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान मंडलायुक्त ने बताया कि इस वर्ष मंदिर में कुल 6 गेट के साथ 4 नये रूटों को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया की भीड़ नियंत्रित करने के लिए जिग-जैग बैरिकेडिंग, साफ-सफाई के उचित प्रबंधन, सुरक्षा, सीसीटीवी, अग्निशमन, पीने के पानी, टॉयलेट आदि की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी एस. राजलिंगम से काशी में अन्य मंदिरों के बारे मे जानकारी लेते हुए वहां सावन माह में की गयी प्रशासनिक तैयारियों के बारे में जाना। जिलाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मार्कण्डेय महादेव मंदिर परिक्षेत्र के पास पार्किंग की व्यवस्था की गयी है।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को सुरक्षा के दृष्टिगत लगाए गए पुलिस बल, उनकी तैनाती, यातायात प्रबंधन, पार्किंग व्यवस्था समेत विभिन्न व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों की समुचित काउंसलिंग कराने के लिए कहा।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावण मास के पहले दिन श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आदियोगी के दर्शन किए। बाबा के गर्भगृह में जाकर षोडशोपचार पूजन कर लोक कल्य़ाण की कामना की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काशी विश्वनाथ मंदिर प्रांगण से श्री काशी विश्वनाथ धाम अन्न सेवा वैन को भी रवाना किया। मंदिर के भोजनालय में बने भोजन को यह पांच वैन हॉस्पिटलों और संस्कृत विद्यालयों में पहुंचाएगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव की भी विधि विधान से पूजा कर आशीर्वाद लिया। लोकसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पहली बार काशी पहुंचे और दर्शन-पूजन किया।
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