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सीडीएस चौहान की अल्जीरिया की यात्रा प्रारंभ, सैन्य परेड में मुख्य अतिथि के रूप में होंगे शामिल

jantaserishta.com
1 Nov 2024 3:11 AM GMT
सीडीएस चौहान की अल्जीरिया की यात्रा प्रारंभ, सैन्य परेड में मुख्य अतिथि के रूप में होंगे शामिल
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नई दिल्ली: भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान अल्जीरिया की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उनकी यह यात्रा 31 अक्टूबर से प्रारंभ हो गई है। वह 4 नवंबर तक अल्जीरिया में रहेंगे।
यात्रा के पहले दिन उन्होंने कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। वहीं शुक्रवार (1 नवंबर) को वह यहां अल्जीरिया की आधिकारिक सैन्य परेड में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। दरअसल, यह सैन्य परेड 1 नवंबर 1954 को हुई अल्जीरिया की गौरवशाली क्रांति की 70वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में है। यह अल्जीरिया का एक आधिकारिक समारोह है, जिसमें जनरल चौहान को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि गुरुवार से प्रारंभ हुई सीडीएस चौहान की यह यात्रा भारत और अल्जीरिया के बीच गहरे होते रक्षा सहयोग व संबंधों को दर्शाती है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच बढ़ते जुड़ाव को रेखांकित करती है। यह यात्रा कूटनीतिक और सैन्य सहयोग को मजबूत करने की प्रतिबद्धता साझा करती है। यात्रा के दौरान वह जनरल चौहान पीपुल्स नेशनल आर्मी के चीफ ऑफ स्टाफ, आर्मी जनरल सईद चानेग्रिहा से मुलाकात करेंगे।
यात्रा के दौरान भारत के सीडीएस अल्जीरिया के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक वार्ता करेंगे। यह वार्ता सैन्य सहयोग बढ़ाने पर केंद्रित है। इसमें रणनीतिक हितों को सुरक्षित करने, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी विनिमय और ‘मेक इन इंडिया’ पहलों पर बल दिया जा रहा है। एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में सीडीएस रक्षा सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर करेंगे।
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि यह समझौता भारत और अल्जीरिया के बीच सैन्य सहयोग की भी पुष्टि करेगा। वहीं पेशेवर सैन्य प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए भारत की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए, सीडीएस चौहान अल्जीरिया के प्रतिष्ठित हायर वॉर स्कूल का भी दौरा करेंगे। ये अल्जीरिया के सैन्य नेतृत्व को प्रशिक्षित करने के वाला प्रमुख संस्थान है। यहां सीडीएस अल्जीरिया के वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करेंगे।
रक्षा मंत्रालय का मानना है कि इस यात्रा से भारत और अल्जीरिया के बीच रक्षा साझेदारी को बढ़ावा मिलेगा। गुरुवार से शुरू हुई दोनों देशों की इस वार्ता से आपसी विश्वास और समझ को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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