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आखिर 25 जुलाई को ही क्यों ली जाती है राष्ट्रपति पद की शपथ, जानें क्या है कारण

HARRY
24 July 2022 6:51 PM GMT
आखिर 25 जुलाई को ही क्यों ली जाती है राष्ट्रपति पद की शपथ, जानें क्या है कारण
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25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने का सलसिला 1977 से शुरू हुआ था.
Knowledge Section: हाल ही में NDA की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी और दूसरी महीला राष्ट्रपति बनी हैं. कल यानी सोमवार, 25 जुलाई को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी. चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया 'एन. वी. रमण' द्वारा उन्हें कल 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई जाएगी.
पहली बार कब ली गई थी 25 जुलाई को शपथ
बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब कोई राष्ट्रपति 25 जुलाई के दिन ही राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करेगा. द्रौपदी मुर्मू 25 जुलाई को शपथ ग्रहण करने वाली देश की 10वीं राष्ट्रपति होंगी. 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने का सलसिला 1977 से शुरू हुआ था. पहली बार देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई, 1977 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. आज हम आपको बताएंगे कि आखिर क्यों 25 जुलाई को ही राष्ट्रपति पद की शपथ ली जाती है. इसके अलावा आप नीचे दी गई लिस्ट देख सकते हैं, जिसमें यह बताया गया है कि, देश के किन-किन राष्ट्रपतियों ने 25 जुलाई के दिन शपथ ग्रहण की है.
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शपथ ग्रहण के लिए 25 जुलाई का दिन ही क्यों चुना गया?
भारत के आजाद होने के बाद "डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद" ने देश के पहले राष्ट्रपति के तौर पर 26 जनवरी 1950 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. इसके बाद 1957 में वे दोबारा देश के राष्ट्रपति चुने गए. इसके बाद दो ऐसे राष्ट्रपति चुने गए, जो अपना कार्यकाल किन्हीं कारणों से पूरा नहीं कर पाए. इस लिस्ट में डॉ जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद का नाम शामिल है. डॉ जाकिर हुसैन ने 13 मई, 1967 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली और 3 मई, 1969 को उनका निधन हो गया. इसके बाद 24 अगस्त 1969 को वी.वी. गिरी नए राष्ट्रपति बनाए गए, लेकिन इनके बाद इस पद को संभालने वाले फखरुद्दीन अली अहमद देश के 5वें राष्ट्रपति बने, जो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके.
इस कारण 25 जुलाई को ली जाती है राष्ट्रपति पद की शपथ
फखरुद्दीन अली अहमद के बाद देश के छठे राष्ट्रपति को तौर पर नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई, 1977 को शपथ ग्रहण की थी. इन्होंने अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा किया था और तब से लेकर अब तक देश में जितने भी राष्ट्रपति बने हैं, उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया है. इसी कारण राष्ट्रपति पद की शपथ लेने की तारीख 25 जुलाई ही रखी गई है. इतिहास में अब तक 9 राष्ट्रपति इसी तारीख पर राष्ट्रपति पद की शपथ ले चुके हैं. अब कल इलेक्ट प्रेसिडेंट द्रौपदी मुर्मू देश की 10वीं राष्ट्रपति होंगी जो इसी तारीख को राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करेंगी.
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