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प्रसाद में मिलावट सुनियोजित साजिश का हिस्सा: मुख्तार अब्बास नकवी

jantaserishta.com
20 Sep 2024 8:59 AM GMT
प्रसाद में मिलावट सुनियोजित साजिश का हिस्सा: मुख्तार अब्बास नकवी
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नई दिल्ली: भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने तिरुपति मंदिर के प्रसादम में मिलावट को आस्था पर आक्रमण और विश्वासघात का मामला बताया है। उन्होंने दावा किया कि इसे सुनियोजित साजिश के तहत अंजाम दिया गया।
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि, यह शुद्ध रूप से आस्था पर आक्रमण और विश्वास के साथ विश्वासघात का मामला है। जिस तरह से जानबूझकर के एक बहुत सुनियोजित साजिश और षड्यंत्र के तहत या किसी व्यापारी हितों के ध्यान में रखकर आस्था पर आक्रमण हुआ है। उसके जो गुनहगार हैं, उनको सजा मिलनी चाहिए। मेरा मानना है कि जो भी दोषी है, उसे बख्शा नहीं जाना चाहिए। क्योंकि आप करोड़ों लोगों की आस्था पर आक्रमण कर रहे हैं, उनके विश्वास के साथ विश्वासघात कर रहे हैं। तो अक्षम्य है और यह गुनाह माफ करने योग्य नहीं है।
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर विपक्षी दलों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, पाकिस्तान के जो पॉलिटिकल पार्टनर है, जो उनका एंजेडा और फंडा हमने देखा है, उसमें वो समय-समय पर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाते हुए नजर आते है। आपको याद होगा जब अलगाववादियों और आतंकवादियों को चोट लगती थी तो चीख पाकिस्तान से निकलती थी।
उन्होंने आगे कहा कि, अभी वहां के विदेश मंत्री ने जिस तरह का बयान दिया और बताया कि हमारे विचार और कांग्रेस पार्टी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के विचार एक जैसे हैं, इससे इनका एंजेडा एक्सपोज होता है। उससे भी जरूरी बात यह है कि जिस तरह से जम्मू कश्मीर में जम्हूरियत का जश्न, जुनून और जज्बा दिखाई पड़ रहा है, इस बार पाकिस्तान को पटाखे फोड़ने का मौका नहीं मिलेगा, बल्कि उनके पटाखे फुस्स हो जाएंगे।
तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर के प्रसाद मामले में हिंदू संगठनों की ओर से प्रतिक्रियाओं का दौर आना शुरू हो गया है। विश्व हिंदू परिषद(विहिप) के अंतरराष्ट्रीय महासचिव बजरंग बागड़ा ने कहा कि, हिंदुओं की भावनाओं के साथ इस प्रकार का खिलवाड़ जानबूझ कर और लंबे समय से किया जा रहा है। इससे पूरे हिंदू समाज में आक्रोश की लहर है। हिंदुओं की आस्था पर बार-बार हो रहे इस प्रकार के हमलों को हिंदू समाज अब और बर्दाश्त नहीं करेगा। भगवान तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जिस प्रकार विभिन्न पशुओं का मांस मिलाया गया, यह अत्यंत घृणित एवं असहनीय कृत्य है।
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