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IPL के लिए बने बायो-बबल में सिर्फ वही जिन्हें वाकई में क्रिकेटरों के साथ रहने की जरूरत: नेस वाडिया

Janta se Rishta
3 Sep 2020 1:20 PM GMT
IPL के लिए बने बायो-बबल में सिर्फ वही जिन्हें वाकई में क्रिकेटरों के साथ रहने की जरूरत: नेस वाडिया
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किंग्स इलेवन पंजाब के मालिक नेस वाडिया ने कहा कि चेन्नई सुपर किंग्स टीम में सामने आए कोविड मामले सभी आठ फ्रेंचाइजियों में से किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं और आइपीएल के लिए बने बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए बनाया गया सुरक्षित वातावरण) में उन्हीं लोगों को रखना चाहिए जिन्हें वाकई में क्रिकेटरों के साथ रहने की जरूरत है।

वाडिया ने कहा कि सीएसके के मामले ने हमें सिखाया है कि यह किसी को भी हो सकता है, तब भी जब पूरी सावधानियां बरती गई हों। ऐसे में हमें बायो-बबल प्रोटोकॉल का और भी सख्ती से पालन करना होगा। सिर्फ उन्हीं लोगो को बायो-बबल में रखने की जरूरत है जिन्हें वाकई क्रिकेटरों के साथ रहना है। फ्रेंचाइजियों के गैर खिलाड़ी और गैर कोचिंग स्टाफ में टीम ऑपरेशन मैनेजर और सोशल मीडिया स्पेशलिस्ट शामिल हैं। क्रिकेटरों को फोटो शूट के लिए मार्केटिंग स्टाफ के साथ भी समय बिताने की जरूरत है। टीमों के अधिकतर सीईओ और मालिकों का अभी भी यूएई पहुंचना बाकी है, जिन्हें बायो-बबल में जाने की छूट है, लेकिन अगर उन्होंने एसओपी का उल्लंघन किया तो फिर उन्हें सात दिन के क्वारंटाइन में जाना होगा।

जब नेस वाडिया से पूछा गया कि वह कब यूएई जाएंगे तो उन्होंने कहा कि अभी तक मेरा यहां काम नहीं निपटा है। मैं आमतौर पर खिलाडि़यों से बात नहीं करता हूं। मैंने मुख्य कोच अनिल कुंबले से दो बार बात की है और क्या चल रहा है यह पता करने की कोशिश की है। आपको बता दें कि किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने एक बार भी आइपीएल खिताब अब तक नहीं जीता है। इस बार टीम की कमाल केएल राहुल के हाथों में होगी और उम्मीद की जा रही है कि ये टीम उनकी कप्तानी में कुछ कमाल करे। आइपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत यूएई में 19 सितंबर से होगी।

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