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चेन्नई के मंदिर में जब मौसी ने चढ़ाए थे 108 नारियल, तब अटार्नी जनरल का चुनाव जीत गई थीं कमला हैरिस

Janta se Rishta
17 Aug 2020 3:36 PM GMT
चेन्नई के मंदिर में जब मौसी ने चढ़ाए थे 108 नारियल, तब अटार्नी जनरल का चुनाव जीत गई थीं कमला हैरिस
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जनता से रिश्ता वेबडेस्क। न्यूयॉर्क, न्यूयॉर्क टाइम्स। अमेरिका में उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने 2010 में कैलिफोर्निया में अटार्नी जनरल पद की दौड़ में जीत के लिए चेन्नई में अपनी मौसी सरला गोपालन से मंदिर में नारियल फोड़ने के लिए कहा था। इसके बाद उनकी मौसी ने एक मंदिर में 108 नारियल चढ़ाए। हैरिस यह चुनाव 0.8 फीसद के अंतर से जीत गई थीं।

अखबार में रविवार को प्रकाशित एक आलेख के मुताबिक हैरिस ने 2018 में एक भारतीय-अमेरिकी समूह के बीच अपने भाषण में यह वाकया सुनाया था। इसी दौरान उन्होंने भारत में बिताए अपने बचपन के दिनों की यादें भी साझा की थीं। बकौल हैरिस, 'मेरे नाना पीवी गोपालन चेन्नई के बसंत नगर में रहते थे। वे सरकारी सेवा में बड़े ओहदे से रिटायर हुए थे। वे और उनके दोस्त रोज समुद्र तट पर इकट्ठा होते थे। मैं भी नाना के साथ जाती थी। वे मुझे भारत के स्वतंत्रता संघर्ष की कहानियां सुनाते और लोकतंत्र का महत्व बताते। उन दिनों की सीख भी एक बड़ी वजह है, जिसके चलते आज मैं यहां हूं।'

'कमला हैरिस के भारतीय परिवार ने उनके मूल्य कैसे गढ़े' शीर्षक से इस लेख में कहा गया है कि हैरिस को एक अश्वेत महिला के रूप में उनके अनुभवों से ज्यादा उनकी भारतीय विरासत से जोड़कर देखा-समझा जाता है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति पद के लिए उनकी राह उनकी भारतीय मूल की मां, उनके भारतीय नाना और उनके विशाल भारतीय परिवार के नैतिक मूल्यों से निर्मित है। यही वह शक्ति है, जो आठ हजार मील दूर से भी हैरिस को कठिन राह पर आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करती है।

चेन्नई में हैरिस की मां के परिवार को जानने वाले लोग उनकी मां और नाना की तारीफ करते नहीं थकते। पड़ोस में रहने वाले सेवानिवृत्त डॉक्टर एन व्यास बताते हैं कि इस घर के लोगों में किसी तरह का घमंड नहीं देखा। वे सीधे-सरल और खुशमिजाज लोग थे। उनकी पत्नी जयंती व्यास कहती हैं कि हैरिस की उम्मीदवारी घोषित होने से उन्हें कोई आश्चर्य नहीं हुआ। उनके परिवार की हर महिला दमदार हैं। उन्हें पता होता है कि वह क्या कह रही हैं।

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