ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए विशुद्ध ऑलराउंडर बनना चाहता हूं : ग्लेन मैक्सवेल
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ऑस्ट्रेलियाई टीम तीन मैचों की वनडे और इतने ही मैचों की टी20 सीरीज के लिए इंग्लैंड दौरे पर गई है। इसी दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम के साथ ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल भी गए हैं। मैक्सवेल ने सीरीज से पहले कहा है कि अगर वह इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए खेलते हैं तो उनकी कोशिश गेंद से भी अहम रोल निभाने की होगी। ग्लेन मैक्सवेल ने यहां ये भी कहा है कि वे अपनी टीम के लिए एक विशुद्ध ऑलराउंडर बनना चाहते हैं।
ग्लेन मैक्सवेल ने अपना आखिरी वनडे पिछले साल विश्व कप सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला था, जबकि उन्होंने अपना आखिरी टी20 मैच पिछले अक्टूबर में श्रीलंका के खिलाफ खेला था। इसके बाद उन्होंने खुद मानसिक तनाव की वजह से क्रिकेट से ब्रेक लिया था और फिर उनकी वापसी इंटरनेशनल क्रिकेट में नहीं हो पाई, क्योंकि कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया में दस्तक दे दी थी और क्रिकेट बंद हो गया था। हालांकि, अब क्रिकेट के साथ-साथ उनकी भी वापसी हो गई है।
मैक्सवेल यूं तो एक हरफनमौला खिलाड़ी हैं, लेकिन बीते कुछ वर्षों में टीम में एक गेंदबाज के तौर पर उन्हें ज्यादा सक्रिय नहीं देखा गया है। ईएसपीएन क्रिकइंफो ने ग्लेन मैक्सवेल के हवाले से लिखा है, "जब मैं टीम से बाहर था तब मैंने अपनी गेंदबाजी पर काफी काम किया है। मैं वो असल ऑलराउंडर बनना चाहता हूं जो गेंदबाजी भी कर सके और छह, सात, आठ ओवर फेंक मुख्य गेंदबाजों से भार को हटा सके।"
उन्होंने कहा है, "2015 में मैं टीम में इकलौता स्पिनर हुआ करता था और मुझ पर काफी कुछ निर्भर था। मैं अपनी उसी स्थिति में वापसी की कोशिश कर रहा हूं जहां मैं लगातार गेंदबाजी कर सकूं और टीम की मदद कर सकूं।" मैक्सवेल ने विश्व कप में आस्ट्रेलिया के आठ मैचों में गेंदबाजी की थी और दो बार अपना कोटा भी पूरा किया था, लेकिन वह बिना विकेट के रहे थे। उन्होंने 2016 के बाद से सिर्फ पांच विकेट ही लिए हैं।