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यूट्यूबर गिरफ्तार, मॉनसन मावुंकल को पुलिस ने इस मामले में पकड़ा
jantaserishta.com
28 Sep 2021 11:41 AM GMT
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जानिए पूरा मामला.
कोच्चि: केरल में करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में यूट्यूबर मॉनसन मावुंकल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि कई रसूखदार लोगों से उसकी सांठगांठ थी. वो खुद को प्राचीन कलाकृतियों और अवशेषों का संग्रहकर्ता बताकर लोगों के साथ ठगी कर रहा था. उसके खिलाफ कई लोगों ने 26 सितंबर को एक शिकायत दर्ज कराई थी. उसी के बाद मॉनसन को गिरफ्तार कर लिया गया.
केरल के चेरथला निवासी मॉनसन का दावा है कि उसके पास टीपू सुल्तान का सिंहासन, मूसा की निशानी, औरंगजेब की अंगूठी, छत्रपति शिवाजी की भगवद गीता और सेंट एंटनी के नाखून जैसी दुर्लभ वस्तुएं मौजूद हैं. आरोप है कि इसी कलेक्शन के नाम पर उसने लोगों से पैसे ठगे हैं.
पिछले कई वर्षो से खुद को प्राचीन कलाकृतियों और अवशेषों का संग्रहक बताने वाले मॉनसन ने लोगों को कई झूठी कहानियां सुनाई. साथ ही उसने लोगों से कहा कि उसके लाखों रुपये विदेशी बैंको में फंसे हैं. ये वो पैसा है जो कई शाही परिवारों ने उसे कलाकृतियों के बेचे जाने पर भुगतान के रूप में दिया है.
वो लोगों से यह भी कहता था कि एक बार सारे पैसे आ जाने के बाद वह कोच्चि में एक विशाल संग्रहालय बनाने की परियोजना पर काम कर रहा है. मॉनसन लोगों से यह भी कहता रहा कि एक बार जब उसका पैसा विदेशी बैंक खातों से निकल आएगा तो उसने खाड़ी देशों में कारोबार करने के लिए ब्याज मुक्त ऋण की व्यवस्था की है.
जब पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने कोच्चि में उसके किराए के घर में छापेमारी की तो पता चला कि उसके पास मौजूद अधिकांश कलाकृतियां कथित रूप से एक स्थानीय बढ़ई ने डिजाइन कर बनाई थी और वे सभी सस्ते नकली उत्पाद थे.
आरोपी के खिलाफ याकूब पुरायिल, अनूप वी अहमद, सलीम एडाथिल, एमटी शमीर, सिद्दीकी पुराइल और शैनिमोन ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन को एक संयुक्त शिकायत भेजी थी. जिसमें उन्होंने बताया था कि जून 2017 से मॉनसन ने उनके साथ 10 करोड़ रुपये की ठगी की थी.
जांच में पता चला कि पिछले कुछ वर्षों में आरोपी मॉनसन ने राजनीति, नौकरशाही और सिनेमा जगत की कई हस्तियों के साथ रिश्ते बना लिए थे. शिकायत के अनुसार मॉनसन प्रभावशाली लोगों के नाम का इस्तेमाल करता था. विशेष रूप से पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं के नाम का इस्तेमाल उन लोगों के सामने करता था, जिनके पास उसका पैसा बकाया था.
कहा जाता है कि सोशल मीडिया पर नकली प्राचीन वस्तुओं को असली बताकर उनका प्रचार प्रसार करता था. आरोपी मॉनसन के पास कई लक्ज़री कारें भी हैं. वो फेमा में फंसी अपनी कथित संपत्ति का इस्तेमाल भी करता रहा. एक शिकायतकर्ता ने पत्र में बताया कि केपीसीसी नेता और सांसद के. सुधाकरन के आश्वासन पर ही उन्होंने मॉनसन को 25 लाख रुपये दिए थे. हालांकि कन्नूर में मीडिया के पूछे जाने पर सुधाकरन ने इस बात को नकार दिया.
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