सिरोही। सिरोही सूरत से निजी ट्रैवल्स की बस से गोरखपुर के लिए निकले युवक की रास्ते में मौत हो गई। बस चालक ने स्वरूपगंज थाने के सामने बस रोकी और पुलिस को हादसे की जानकारी दी. पुलिस ने शव को स्वरूपगंज अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी. जानकारी के अनुसार, गोरखपुर …
सिरोही। सिरोही सूरत से निजी ट्रैवल्स की बस से गोरखपुर के लिए निकले युवक की रास्ते में मौत हो गई। बस चालक ने स्वरूपगंज थाने के सामने बस रोकी और पुलिस को हादसे की जानकारी दी. पुलिस ने शव को स्वरूपगंज अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया और परिजनों को सूचना दी. जानकारी के अनुसार, गोरखपुर यूपी निवासी सुदामा पुत्र रामेश्वर लाल वाल्मिकी सूरत से सरवरिया ट्रेवल्स की बस से गोरखपुर जाने के लिए निकला था। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई. बस चालक ने स्वरूपगंज थाने के सामने बस रोकी और थाने पहुंचकर वहां मौजूद पुलिस अधिकारी को घटना की जानकारी दी.
सूचना पर थाने में मौजूद हेड कांस्टेबल भूरीलाल अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश रावल मोतीलाल चौधरी को सूचना देकर मौके पर बुलाया. उनकी मदद से शव को स्वरूपगंज के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया. मृतक के पास से मिले कागज और मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस ने परिजनों को हादसे की जानकारी दी। पुलिस ने मृतक के पास से अस्पताल की पर्चियां और दवाइयां बरामद की हैं। परिजनों के आने के बाद उनकी रिपोर्ट पर पुलिस मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराएगी।
मामले की जांच कर रहे हेड कांस्टेबल भूरी सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि मृतक गोरखपुर का रहने वाला है जो अपने एक साथी के साथ मजदूरी के लिए सूरत गया था. वहां उनकी तबीयत ठीक नहीं हुई तो उन्हें बस में बिठाकर वापस गोरखपुर भेज दिया गया। बस में डबल स्लीपर में जगह मिल गयी. उनके साथ सफर कर रहे यात्री के मोबाइल फोन पर सुबह 3:35 बजे एक कॉल आई। बातचीत पूरी होने पर उन्होंने देखा कि सुदामा की मृत्यु हो चुकी है। इस दौरान बस गुजरात की सीमा पार कर राजस्थान पहुंच चुकी थी, यात्री कुछ देर तक केबिन में ही बैठा रहा लेकिन बाद में किसी तरह हिम्मत जुटाकर नीचे उतरा और बस ड्राइवर को हादसे की जानकारी दी. ड्राइवर ने इसकी जानकारी बस मालिक को दी.