भारत

दिल्ली में यूथ कांग्रेस ने राहुल गांधी को दुबारा अध्यक्ष बनाने के लिए पारित किया प्रस्ताव

Apurva Srivastav
8 March 2021 6:10 PM GMT
दिल्ली में यूथ कांग्रेस ने राहुल गांधी को दुबारा अध्यक्ष बनाने के लिए पारित किया प्रस्ताव
x
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ऐसा ही प्रस्ताव पारित कर चुकी है.

राहुल गांधी को दुबारा कांग्रेस अध्यक्ष बनाने की मुहिम के तहत यूथ कांग्रेस ने दिल्ली में चल रही अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में प्रस्ताव पारित किया कि राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया जाए. कुछ हफ्ते पहले ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस और छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ऐसा ही प्रस्ताव पारित कर चुकी है.

यूथ कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारित प्रस्ताव में कहा गया है कि देश की मौजूदा परिस्थितियों में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त करना चाहिए. प्रस्ताव में आगे कहा गया है कि यूथ कांग्रेस अपने नेता राहुल गांधी के साथ मजबूती से खड़ा है. हमें विश्वास है कि राहुल गांधी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में संगठन मजबूत होगा. उनकी नियुक्ति से देश भर के कार्यकर्ताओं ऊर्जा मिलेगी.

सुबह राहुल गांधी ने ही इस बैठक की शुरुआत की थी. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और प्रदेश अध्यक्षों को धैर्य के साथ संगठन के लिए कार्य करने और आरएसएस की विचारधारा से बिना डरे लड़ने की नसीहत दी.
उनके सामने भी यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास ने कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर वापसी का आग्रह किया था. कांग्रेस एलान कर चुकी है कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर कांग्रेस की कमान संभाल रही सोनिया गांधी की जगह पार्टी के पूर्णकालिक अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया जून तक पूरी हो जाएगी. अब तक यह साफ नहीं है कि राहुल दुबारा पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठने के लिए तैयार हैं या नहीं. हालांकि बीते दिनों में इसके संकेत जरूर मिले थे.

लोकसभा चुनाव नतीजों की जिम्मेदारी लेते हुए मई 2019 में राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देते समय राहुल ने गांधी परिवार से बाहर के किसी नेता को अध्यक्ष बनाने की पैरवी की थी. लेकिन कुछ महीनों बाद अगस्त में सीडब्ल्यूसी ने सोनिया गांधी को कार्यकारी अध्यक्ष के तौर एक बार फिर पार्टी की कमान दे दी.
बीते साल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं (G23) ने सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखकर पार्टी में पूर्णकालिक और सक्रिय नेतृत्व की मांग की थी. इसके बाद बुलाई गई सीडब्ल्यूसी की बैठक में सोनिया ने इस्तीफे की पेशकश कर दी जिसके बाद सीडब्ल्यूसी ने उनसे पद पर बने रहने का प्रस्ताव पारित किया. हालांकि इसी बैठक में पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी सहमति बनी.
राहुल गांधी के वापसी की मांग उठ जरूर रही है लेकिन अगर वे लौटे तो सवाल उठेंगे कि क्या इस्तीफा महज दिखावा था! अहम बात यह भी है माना जाता है कि कांग्रेस के अंदर G23 के नेता राहुल गांधी की वापसी नहीं चाहते.


Next Story