पाली। पाली पिता के निधन के बाद जब परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था तो एक परिचित ने मकान पर लोन दिलाने की बात कही। विश्वास में लेकर मकान की पावर ऑफ अटॉर्नी खुद के नाम करवा ली। फर्जी कागजों से मकान का बेचाननामा बना दिया। इससे आहत होकर परिवार के एक सदस्य ने …
पाली। पाली पिता के निधन के बाद जब परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था तो एक परिचित ने मकान पर लोन दिलाने की बात कही। विश्वास में लेकर मकान की पावर ऑफ अटॉर्नी खुद के नाम करवा ली। फर्जी कागजों से मकान का बेचाननामा बना दिया। इससे आहत होकर परिवार के एक सदस्य ने सुसाइड कर लिया। अब पुलिस थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। मामला पाली जिले के सुमेरपुर थाना इलाके का है। सुमेरपुर SHO लक्ष्मणसिंह ने बताया- कोर्ट के जरिए 24 जनवरी को बिजोवा हाल संजय नगर वीर दुर्गादास कॉलोनी सुमेरपुर (पाली) निवासी महेन्द्र पुत्र प्रेमराज सुथार ने मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में सुमेरपुर निवासी हीरालाल पुत्र लखमाराम और सुरेश पुत्र हीरालाल सुथार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है।
रिपोर्ट में महेन्द्र सुथार ने बताया- मेरे पिता प्रेमराज ने 2019 में सुमेरपुर में आवासीय योजना वीर दुर्गादास नगर पार्ट ए में छगनलाल पुत्र पुखराज से प्लाट खरीदा था। मकान का यहां निर्माण हो रहा था। 10 जनवरी 2020 को पिता का निधन हो गया। अचानक हुए इस हादसे से पूरा परिवार टूट गया। आर्थिक रूप से भी परेशान रहने लगे। इस दौरान आरोपी हीरालाल ने मकान पर लोन दिलाने का आश्वासन दिया। विश्वास में लेकर पावर ऑफ अटॉर्नी खुद के नाम करवा दी। फर्जी कागजात बनाकर मकान का बेचाननामा 6 अप्रैल 2021 को सुरेश कुमार के नाम कर दिया। इस तरही की धोखाधड़ी के कारण महेंद्र के भाई भावेश ने 22 अक्टूबर 2023 को सुसाइड कर लिया। महेंद्र ने आरोपियों से वापस उनके कागजात मांगे लेकिन आरोपी नहीं माने। अब कोर्ट के जरिए मामला दर्ज कराया गया है।