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सेक्सटॉर्शन केस में युवक गिरफ्तार, पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा

Nilmani Pal
25 Nov 2022 5:44 AM GMT
सेक्सटॉर्शन केस में युवक गिरफ्तार, पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा
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जयपुर। पिछले कुछ वक्त में सेक्सटॉर्शन के मामले तेजी से बढ़े हैं. आपको ये शब्द नया लग रहा होगा, लेकिन आपका जानने वाला कोई शख्स भी इस तरह के अपराध का शिकार हुआ हो सकता है. ऐसे ही एक मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. राजस्थान में लगभग एक पूरा गांव इस तरह के साइबर क्राइम में लगा हुआ था.

दरअसल, साइबर फ्रॉडस्टर्स लोगों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर किसी तरह से बातचीत में फंसाते हैं. ज्यादातर मामलों में पुरुषों को टार्गेट करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल किया जाता है. वहीं कई मामले में तो ऐसे भी हैं, जिसमें WhatsApp पर आई अनजान वीडियो कॉल से खेल होता है. जैसे ही कोई शख्स इनके जाल में फंसता है, कॉल से दूसरे तरफ बैठा शख्स यूजर के आपत्तिजनक वीडियो बना लेते हैं. कुछ मामलों में यूजर्स की एक तस्वीर की मदद से मॉर्फ वीडियो तैयार किया जाता है. फिर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता है. स्कैमर्स वीडियो वायरल करने की धमकी देते हैं. अगर कोई पैसे दे भी दे तो ब्लैकमेलिंग का ये दौर यहां खत्म नहीं होता है. बल्कि चलता ही रहता है. इस पूरे खेल को Sextortion कहते हैं.

पुणे पुलिस ने 29 साल के एक शख्स को राजस्थान से गिरफ्तार किया है. इस शख्स को Sextortion से जुड़े एक मामले में गिरफ्तार किया गया. पुणे में 19 साल के एक युवक ने कथित Sextortion की वजह से आत्महत्या कर ली. पुलिस की मानें तो पीड़ित को फ्रॉडस्टर्स लगातार ब्लैकमेल और परेशान कर रहे थे. युवक ने 28 सितंबर को सुसाइड किया था. Sextortion से जुड़े इस मामले में फंसे युवक ने पहले फ्रॉडस्टर्स को 4500 रुपये भी दिए थे, लेकिन ब्लैकमेलिंग का सिलसिला यहां खत्म नहीं होता है. इस मामले में पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है.

दत्तवाडी पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर अभय महाजन ने बताया, 'इस मामले की जांच में हम राजस्थान में अलवर के गोथरी गुरु गांव पहुंचे. जहां हमने अनवर सुबान खां को गिरफ्तार किया. जांच में पता चला कि पूरे गांव में सेक्सटॉर्शन का रैकेट चल रहा, जिसका मास्टमाइंड अनवर है.' पुलिस की जांच में पता चला कि गांव के ज्यादातर युवक और महिलाएं ऑनलाइन सेक्सटॉर्शन से जुड़े हुए हैं. साइबर पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इस साल जनवरी से अक्टूबर 2022 तक पुणे में कुल 1445 केस सामने आए हैं, जिसमें पीड़ितों को ब्लैकमेल और हैरेस किया गया है.


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