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'आपका बलिदान हमें करेगा प्रेरित', राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि

jantaserishta.com
31 Oct 2024 9:15 AM GMT
आपका बलिदान हमें करेगा प्रेरित, राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि पर दी श्रद्धांजलि
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नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की 40वीं पुण्यतिथि पर राष्ट्रीय राजधानी स्थित शक्ति स्थल पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। राहुल गांधी ने कहा कि देश की एकता और अखंडता के लिए उनकी दादी इंदिरा गांधी का बलिदान हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "पंडित जवाहरलाल नेहरू की इंदु, बापू की प्रियदर्शिनी, निडर, निर्भीक, न्यायप्रिय - भारत की इंदिरा! दादी, देश की एकता और अखंडता के लिए आपका बलिदान हम सभी को जनसेवा के पथ पर सदा प्रेरित करता रहेगा।"
उन्होंने इंदिरा गांधी के योगदान पर एक वीडियो साझा किया। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी मेमोरियल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने श्रद्धांजलि देते हुए एक्स पर लिखा, "भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री और हमारी आदर्श इंदिरा गांधी को उनके बलिदान दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि, जिन्होंने अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति, कुशल नेतृत्व एवं दूरदर्शिता से भारत की एकता एवं अखंडता को बचाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।"
कांग्रेस महासचिव और इंदिरा गांधी की पोती प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, "देश के प्रति आपका समर्पण, आपका बलिदान, आपसे मिली सीख और आपके द्वारा दिए गए मूल्य हमेशा हमारे मार्गदर्शक रहेंगे। आपकी शहादत को सलाम।" कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "हमारी महान प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी के सर्वोच्च बलिदान को हम याद करते हैं, जिन्होंने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया।"
देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और कमला नेहरू के घर 19 नवंबर 1917 को जन्मी इंदिरा गांधी जनवरी 1966 से मार्च 1977 तक और फिर जनवरी 1980 से अक्टूबर 1984 में उनकी हत्या होने तक देश की प्रथम और एकमात्र महिला प्रधानमंत्री रहीं। 31 अक्टूबर 1984 को अकबर रोड स्थित उनके सरकारी आवास पर उनके ही दो अंगरक्षकों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी। इसके बाद देश के कई हिस्सों में सिख विरोधी दंगे भड़क उठे थे।
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