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छोटे भाई ने बड़े भाई को उतारा मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार
jantaserishta.com
3 May 2022 4:37 PM GMT
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बागपत में डांटने पर छोटे भाई ने आपा खोते हुए बड़े भाई को मौत के घाट उतार दिया। बली गांव में सोमवार देर रात वारदात से हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। साथ ही हत्यारोपी को आला कत्ल लोहे की रॉड के साथ गिरफ्तार कर लिया।
बली गांव में प्रकाश सिंह का परिवार रहता है। उसके चार पुत्र और दो पुत्री हैं। उसका 40 वर्षीय पुत्र श्यामवीर अविवाहित था। उसके दो भाइयों की शादी हो चुकी है, जबकि एक अन्य भाई भी अविवाहित है। सोमवार रात श्यामवीर का छोटा भाई ज्ञानू उर्फ ज्ञानेंद्र करीब 11 बजे घर पर पहुंचा। इस पर श्यामवीर ने उसे देर से आने पर डांट दिया। इस दौरान दोनों के बीच नोकझोंक भी हुई। इसके बाद श्यामवीर छत से उतर नीचे कमरे में आकर सो गया।
रात करीब एक बजे ज्ञानेंद्र हाथ में लोहे की रॉड लेकर कमरे में घुस गया और चारपाई पर सो रहे श्यामवीर पर हमला बोल दिया। उसने श्यामवीर के सिर में चार-पांच वार किए, जिससे श्यामवीर की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक के भाई धर्मवीर ने तभी पुलिस को घटना की सूचना दे दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मृतक के भाई धर्मवीर ने कोतवाली पर घटना की तहरीर देते हुए छोटे भाई ज्ञानू उर्फ ज्ञानेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस ने हत्यारोपी ज्ञानू उर्फ ज्ञानेंद्र को आला कत्ल लोहे की रॉड के साथ गिरफ्तार कर लिया।
सीओ बागपत अनुज मिश्रा ने बताया कि दोनों भाइयों के बीच देररात झगड़ा हुआ था। जिसके चलते ज्ञानू उर्फ ज्ञानेंद्र ने बड़े भाई श्यामवीर की हत्या कर दी। हत्यारोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। न्यायालय ने हत्यारोपी को जेल भेज दिया।
भाई की हत्या करने का नहीं दिखा पछतावा
बली गांव की घटना से लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। हरकोई घटना के बाद से सहमा हुआ है, लेकिन हत्यारोपी ज्ञानू उर्फ ज्ञानेंद्र को भाई की हत्या का कोई पछतावा नहीं है। पुलिस जब उसे पकड़कर कोतवाली लाई, तो उसके चेहरे पर शिकन नहीं थी। वह हस रहा था। ज्ञानू से पूछा गया कि भाई की हत्या का कोई पछतावा है, तो कहने लगा हत्या कर दी तो कर दी। पछतावा क्या करना।
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