छोटे भाई और बहू का हत्यारा गिरफ्तार, करोड़ों की संपत्ति पाने बड़े भाई ने किया था मर्डर
यूपी। जनपद एटा के थाना देहात कोतवाली के अंतर्गत श्रीकरा गांव में दंपति की हत्या कर दी गई थी. घटना के सामने आने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी. हत्याकांड के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. बड़े भाई ने ही करोड़ों की संपत्ति के लिए अपने छोटे भाई और उसकी पत्नी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी. वहीं, तीन साल के भतीजे पर भी हमला किया था और उसे मरा हुआ समझकर आरोपी मौके से फरार हो गया था.
एटा में बड़ा भाई पंकज और छोटा भाई जितेंद्र रहते थे. उनके पिता के पास पांच बीघा जमीन थी, जिसमें से ढाई-ढाई बीघा जमीन दोनों भाइयों के हिस्से में आई थी. वहीं, इनकी मां के नाम पर 7 बीघा जमीन थी, जो मायके से मिली थी. इस जमीन की अनुमानित कीमत 1 करोड़ 80 लाख रुपये है. दोनों भाइयों में से छोटे भाई जितेंद्र की तरफ उनकी मां का झुकाव ज्यादा था. पंकज को डर सताता था कि मां कहीं करोड़ों की कीमत वाली 7 बीघा जमीन जितेंद्र के नाम नहीं कर दें. जमीन के लालच में अंधे हुए पंकज ने छोटे भाई जितेंद्र को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.
पंकज ने जितेंद्र की हत्या का प्लान बनाया और इसमें मांस बेचने वाले अपने दोस्त प्रवेंद्र को 5 लाख रुपये देने का लालच देकर शामिल किया. प्लान के मुताबिक, दोनों सोमवार सुबह करीब 6.30 बजे जितेंद्र के घर पहुंचे, लेकिन जितेंद्र उन्हें वहां नहीं मिला. हाथ में तेजधार चाकू दोनों जितेंद्र के कमरे में दाखिल हुए. वहां उन्हें उसकी पत्नी प्रीति और तीन साल का बेटा सोते मिले. दोनों ने मिलकर चाकू से प्रीति पर एक के बाद एक कई वार किए और उसकी हत्या कर दी. पंकज को अपने तीन के भतीजे पर भी दया नहीं आई और उस पर हथौड़े से वार किया. दोनों को लगा कि बच्चा मर गया है. महिला की हत्या करने वाला पंकज और उसका साथी घर पर रुक कर जितेंद्र के आने का इंतजार करने लगे. जैसे ही जितेंद्र घर में घुसा, तो पंकज और प्रवेंद्र दोनों जितेंद्र पर टूट पड़े. उस पर चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार किए और जितेंद्र का गला रेत कर उसकी भी हत्या कर दी.
एटा एसएसपी उदय शंकर सिंह के मुताबिक, यह घटना रविवार सुबह हुई थी. दोपहर करीब एक बजे पुलिस को सूचना मिली थी. मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया था कि दंपति की चाकू से गोदकर हत्या की गई थी और उनके तीन साल के बच्चे पर हथौड़े से वार किया गया था, लेकिन बच्चा बच गया है. पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया था. गांव के लोगों और परिवार के लोगों समेत करीब 50 लोगों से पूछताछ की थी. मृतक के बड़े भाई पंकज से भी पूछताछ की गई थी. साथ ही मौके पर डॉग स्क्वाड को भी बुलाया गया था. छानबीन के दौरान डॉग ने खून से सने कपड़े खोज निकाल थे. वहीं, पूछताछ के दौरान पंकज गोल-मोल जबाव देता नजर आ रहा था. जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने संपति के लालच में आकर अपने दोस्त के साथ मिलकर जितेंद्र और उसकी पत्नी की हत्या की बात करने की बात कबूल कर ली थी.