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बिहार के पश्चिम चंपारण में एक बाघ के हमले से एक व्यक्ति की दर्दनाक मौत हो गई है. रामनगर प्रखंड के सेवरही बरवा गांव के 28 वर्षीय बांका मांझी शुक्रवार की दोपहर जब अपने जानवरो के लिए चारा काट रहे थे, उसी समय उनपर एक बाघ ने हमला कर दिया. वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने घटना की पुष्टि करते हुये कहा है कि बाघ को फिर से जंगल मे लौटाने के प्रयास वनकर्मी कर रहे हैं.
सेवराई बरवा में बाघ के हमले के बाद पूरे इलाके के गांवो में दहशत है. बाघ के हमले में मरे बांका मांझी के पांच बच्चे है. बेहद गरीब परिवार में कमाने वाला सिर्फ वही एक व्यक्ति था. इस पंचायत के मुखिया नसीम अख्तर ने पीड़ित परिवार के लिये मुआवजे की मांग की.
आपको बता दें कि वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या कुछ सालों में काफी बढ़ी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी लगभग 48 बाघ हैं. आये दिन बाघ जंगल से निकल कर रिहायसी इलाको में चले जाते हैं. इसी साल फरवरी में एक बाघिन ने विटीआर के मानपुर रेंज के सूरजपुर गांव में हमला कर 3 लोगों की हत्या कर दी थी. जिसमे 2 महिलाएं थीं, ये लोग अपनी खेत की रखवाली कर रहे थे.
बरसात के दिनों में जंगल मे बाढ़ आने से भी बाघ जंगल से बाहर निकल आते हैं. गंडक नदी में आई बाढ़ से इसी साल जून में एक बाघ बह कर मोतिहारी पहुंच गया था. जिसे 18 जून को वनकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद पकड़ा और फिर जंगल मे छोड़ दिया था.