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फाइल फोटो
क्राइम किए बिना जेल
महाराष्ट्र में जेल टूरिज्म की शुरुआत होने जा रही है. प्रथम चरण में पुणे की येरवडा जेल से इसकी शुरुआत होगी. 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार येरवडा जेल को पर्यटन के तौर पर खोले जाने का उद्घाटन करेंगे. इसके बाद राज्य की कुछ अन्य जेलों को भी टूरिज्म के लिये खोलने की तैयारी है.
ये बोले गृहमंत्री अनिल देशमुख
जेल टूरिज्म की शुरुआत से जहां आम लोगों को जेल के बारे में जानकारी हो सकेगी, तो वहीं युवाओं और छात्रों को भी जेल में हुई ऐतिहासिक घटनाओं और इतिहास के बारे में जानकारी मिल सकेगी. गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि देश और राज्य के इतिहास में येरवडा के अलावा अन्य जेलों का बड़ा महत्व है. इन जेलों में कई एतिहासिक घटनाएं हुई हैं. जेल टूरिज्म की शुरुआत येरवडा जेल से की जा रही है, इसके बाद दूसरे और तीसरे चरण में नासिक और नागपुर की जेलों में भी जेल टूरिज्म की शुरुआत की जायेगी.
जेल में पहुंची रही नशीली चीजें
गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि राज्य की कुछ जेलों में नशीली चीजें पहुंचाये जाने के मामले भी सामने आये हैं. इन मामलों की अच्छी तरह से जांच पड़ताल कराई जा रही है. वहीं उन्होंने कहा कि नागपुर की जेल में हुई घटनायें गंभीर हैं, उन मामलों में भी जांच चल रही है.
बता दें कि महाराष्ट्र में 30 जेल हैं, लेकिन ये सभी पर्यटकों के लिए नहीं खोली जाएंगी. ऐसी जेल जिनका कुछ दिलचस्प इतिहास है. केवल उन्हीं को इस योजना के अंतर्गत खोला जाएगा. महाराष्ट्र में कुछ जेल ऐसी हैं जिनका ऐतिहासिक महत्व भी है. जैसे येरवडा जेल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू, बाल गंगाधर तिलक, वीर सावरकर ने आजादी की लड़ाई के दौरान जेल काटी थी. हाल ही में यहां संजय दत्त भी कैद रहे थे.
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