भारतीय सशस्त्र सेनाओं (भारतीय थल सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना) में भर्ती को लेकर युवाओं में खासा उत्साह होता है। रक्षा सेनाओं में नौकरी को न सिर्फ एक अच्छा करियर माना जाता है बल्कि इसमे सामाजिक प्रतिष्ठा भी मिलती है और देश सेवा मौका मिलता है। इन सेनाओं में भर्ती अलग-अलग स्तरों, ट्रेड और रैंक के अनुसार होती है। बात करें अगर 12वीं पास उम्मीदवारों के सेनाओं में अधिकारी रैंक की भर्ती की तो सबसे पहला नाम आता है संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर वर्ष दो बार आयोजित की जाने वाली राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) परीक्षा का, जिसमें सफल होने के बाद सर्विसेस सेलेक्शन बोर्ड (SSB) राउंड से गुजरना होता है।
एनडीए लिखित परीक्षा और एसएसबी राउंड में चयनित होने के बाद निर्धारित वर्षों की IMA व सम्बन्धित एकेडेमी में ट्रेनिंग होती है। प्रशिक्षण के बाद आर्मी में लेफ्टिनेंट, नेवी में सब-लेफ्टिनेंट और एयर फोर्स में फ्लाईंग ऑफिसर के तौर पर स्थायी कमीशन (नियुक्ति) दिया जाता है। निर्धारित 2 वर्षों की सेवा अवधि पूरी होने के बाद आर्मी में कैप्टन, नेवी में लेफ्टिनेंट और एयर फोर्स में फ्लाइट लेफ्टिनेंट की रैंक पर प्रमोट किया जाता है। तीनों ही सेनाओं में कमीशन से लेकर टॉप रैंक को नीचे दिए गए टेबल में देख सकते हैं:-
थल सेना नौसेना वायु सेना सेवा अवधि
लेफ्टिनेंट सब लेफ्टिनेंट फ्लाइंग ऑफिसर कमीशन मिलने पर
कैप्टन लेफ्टिनेंट फ्लाइट लेफ्टिनेंट 2 वर्ष
मेजर लेफ्टिनेंट कमांडर स्क्वाड्रन लीडर 6 वर्ष
लेफ्टिनेंट कर्नल कमांडर विंग कमांडर 13 वर्ष
कर्नल (चयन) कैप्टन (चयन) ग्रुप कैप्टन (चयन) चयन होने पर
कर्नल (टाइम स्केल) कैप्टन (टाइम स्केल) ग्रुप कैप्टन (टाइम स्केल) 26 वर्ष
ब्रिगेडियर कमोडोर एयर कमोडोर चयन होने पर
मेजर जनरल रियर एडमिरल एयर वायस मार्शल चयन होने पर
लेफ्टिनेंट जनरल वायस एडमिरल एयर मार्शल चयन होने पर
जनरल एडमिरल एयर चीफ मार्शल चयन होने पर
इन Prepration Tips से कर सकते हैं NDA Exam क्रैक
इस प्रकार, एनडीए परीक्षा आर्मी, नेवी और एयर फोर्स तीनों की सेनाओं में 12वीं पास उम्मीदवारों के लिए अधिकारी के तौर पर डायरेक्ट एंट्री पाने का सबसे अच्छा ऑप्शन है। हालांकि, इस परीक्षा में सफलता पाने के लिए उम्मीदवारों को विशेष Strategy की आवश्यकता होती है। ऐसे में उम्मीदवार एजुकेशन पोर्टल, JagranJosh.com के परीक्षा विशेषज्ञों द्वारा सुझाई टिप्स को अपनाकर सफलता पाने की संभावना को बढ़ा सकते हैं:-
समझें NDA Syllbus और Exam Patten को
कैंडिडेट्स को एनडीए परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले यूपीएससी द्वारा निर्धारित किए गए सिलेबस और एग्जाम पैटर्न को ध्यान से समझ लेना चाहिए। सिलेबस को उम्मीदवार संघ लोक सेवा आयोग की वेबसाइट, upsc.gov.in पर लेटेस्ट NDA Exam Notification में देख सकते हैं। एग्जाम पैटर्न की बात करें तो इसमें 2.3-2.3 घंटे दो पेपर होते हैं। पहला पेपर मैथ का होता है और इसमें 12वीं स्तर के 120 क्वेश्चन पूछे जाते हैं। दूसरा पेपर जनरल एबिलिटी टेस्ट (GAT) का होता है और इसमें 150 क्वेश्चव होते हैं। परीक्षा 1/3 अंक की निगेटिव मार्किंग भी होती है।
स्मार्ट तरीके बनाएं Study Plan
सिलेबस और एग्जाम पैटर्न समझने के बाद उम्मीदवार को अपना स्टडी प्लान स्मार्ट तरीके से बनाना चाहिए, ताकि पूरा सिलेबस टाइम-मैनेजमेंट के अनुसार कवर कर सकें।
बेसिक कॉन्शेप्ट को करें क्लियर
सिलेबस के किसी भी टॉपिक के बेसिक कॉन्शेप्ट को क्लियर रखें। जहां न समझ आए अपने टीचर्स या कोचिंग की मदद लें। आजकल ऑनलाइन क्लासेस में भी बेसिक कॉन्शेप्ट के लिए स्पेशल सेशन चलाए जाते हैं।
पिछले 5 वर्षों का NDA Exam Cut-Off की लिस्ट बनाएं
कैंडिडेट्स को चाहिए कि वे पिछले 5 वर्षों की परीक्षा के नतीजों में यूपीएससी द्वारा घोषित किए कट-ऑफ की लिस्ट बनाएं। इससे समझ पाएंगे कि कम से कम कितने अंक प्राप्त करने के बाद ही आयोग द्वारा शॉर्टलिस्ट किया जा सकता है।
जनरल एबिलिटी टेस्ट (GAT) के लिए खास तैयारी
उम्मीदवारों को ध्यान देना चाहिए जनरल एबिलिटी टेस्ट (GAT) मार्क्स मैथ के पेपर से अधिक होते हैं। इस पेपर के अलग-अलग सेक्शन (अंग्रेजी, जनरल नॉलेज, साइंस) के लिए अलग-अलग तैयारी की रणनीति बनाएं।