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जयपुर: राजस्थान में शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET Exam-2021) के पर्चा लीक मामले में हाल ही में एसओजी ने एक गिरोह का पर्दाफाश करने का दावा किया है. जिसमें सरगना उदाराम और रामकृपाल मीणा समेत अब तक कुल 35 आरोपियों की गिरफ्तार हुई है. आरोपी रामकृपाल ने पेपर के बदले उदाराम को 1 करोड़ 22 लाख रुपये दिए थे. ऐसे में अब इस मामले में राजस्थान सरकार और सख्ती बढ़ाती जा रही है.
जानकारी के अनुसार रीट पेपर आउट करने के मुख्य आरोपी रामकृपाल मीणा का एसएस कॉलेज सरकार ने ढहा दिया है. कॉलेज को कब्जे की ज़मीन बताकर जयपुर विकास प्राधिकरण ने बुलडोज़र चलाकर जमींदोज कर दिया. जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है.
रीट पेपर लीक को लेकर सरकार का कड़ा संदेश..मास्टरमाइंड आरोपी के कॉलेज-स्कूल बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाना बहुत कुछ कहता है. योगीजी तो आरोपियों की प्रॉपर्टी पर बुलडोजर चलाकर जमकर मार्केटिंग कर लेते हैं.. pic.twitter.com/c2j8Qr59k1
— हीरालाल अवाना दूदू ({पायलट समर्थक} (@Heralalawana112) February 2, 2022
वहीं अब पंद्रह साल से संचालित इस एसएस कॉलेज और सीनियर सेकेंडरी कॉलेज के छात्रों को सरकार दूसरे स्कूल और कॉलेज में शिफ़्ट करेगी. कॉलेज मालिक रामकृपाल मीणा को एसओजी ने रीट पेपर लीक मामले में गिरफ़्तार किया है. मीणा पर स्ट्रांग रूम से पेपर निकालकर एक करोड़ बाईस लाख में पेपर बेचने का आरोप है.
दूसरी तरफ राजस्थान में भाजपा रीट परीक्षा में कथित धांधलियों को मुद्दा बनाए हुए है और मांग कर रही है कि जांच सीबीआई को सौंपी जाए, इस पर गहलोत ने कहा कि विपक्ष को इस मामले में अनर्गल बयानबाजी नहीं करनी चाहिए. उन्हें समझ नहीं है कि उनका रवैया सकारात्मक नहीं है. वह हर चीज की आलोचना करते हैं. बेरोजगारी देश में सबसे बड़ा मुद्दा है. हमने मामले की जांच एसओजी को सौंपी हुई है. एसओजी मामले की जांच कर रही है.
jantaserishta.com
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