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यमुना एक्सप्रेसवे की आज से घटी रफ्तार, ओवर स्पीड को लेकर 1,054 व्हीकल पकड़े गए

Admin Delhi 1
15 Dec 2022 3:19 PM GMT
यमुना एक्सप्रेसवे की आज से घटी रफ्तार, ओवर स्पीड को लेकर 1,054 व्हीकल पकड़े गए
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एनसीआर नॉएडा न्यूज़: सर्दियों में धुंध और कोहरे के मद्देनजर यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) ने ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच 165 किलोमीटर लंबे यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway) पर वाहनों की रफ्तार घटा दी है। अब 15 दिसंबर यानी बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात 12:00 बजे से 15 फरवरी 2023 तक हल्के वाहनों की अधिकतम रफ्तार 75 किलोमीटर प्रति घंटा तय कर दी गई है। भारी वाहन केवल 60 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम रफ्तार से चल पाएंगे। इस गति सीमा का उल्लंघन करने पर बुधवार की रात 12:00 बजे से गुरुवार की शाम 4:00 बजे तक 1,054 ओवर स्पीड वाहनों के चालान काटे गए हैं। इन सभी वाहनों के मालिकों को ऑनलाइन चालान मिलेंगे।

ड्राइवरों को जागरूक कर रहा है एक्सप्रेसवे मैनेजमेंट: यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की कार्यवाहक मुख्य कार्यपालक अधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि बुधवार की रात 12:00 बजे से यमुना एक्सप्रेसवे की रफ्तार घटा दी गई है। इसके लिए पहले ही चेतावनी और साइनेज लगा दिए गए हैं। जिन पर साफ तौर से लिखा गया है कि हल्के वाहन 75 किलोमीटर प्रति घंटा की अधिकतम गति से दौड़ेंगे। भारी वाहनों को 60 किलोमीटर प्रति घंटा से अधिक नहीं दौड़ना है। चालकों को जागरूक करने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर, मथुरा और आगरा टोल प्लाजा पर पैंफलेट बांटे जा रहे हैं। चालकों को बताया जा रहा है कि उन्हें निर्धारित गति सीमा से चलना है। इसका उल्लंघन करने वालों के चालान काटे जाएंगे।

122 किलोमीटर प्रति घंटा की सबसे तेज वाहन की रफ्तार: यमुना एक्सप्रेसवे के जेवर टोल प्लाजा मैनेजमेंट से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार की रात 12:00 नया नियम लागू होने के बाद 1,054 ओवरस्पीड वाहनों के चालान काटे गए हैं। इनमें एक कार की रफ्तार सबसे ज्यादा 122 किलोमीटर प्रति घंटा रही। एक्सप्रेसवे प्रबंधन का कहना है कि लोगों को जागरूक करने और चेतावनी जारी करने का असर नजर आ रहा है। एक्सप्रेसवे से रोजाना करीब 45,000 वाहन ग्रेटर नोएडा और आगरा के बीच आवागमन करते हैं। पहले दिन संख्या थोड़ी ज्यादा जरूर है, लेकिन आने वाले दिनों में उल्लंघन करने वालों की संख्या कम हो जाएगी।

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