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वाह DGP साहब! तुरंत बदला अपना कार्यक्रम, हेलिकॉप्टर से 2 घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर पहुंचाया अस्पताल

jantaserishta.com
11 July 2021 8:31 AM GMT
वाह DGP साहब! तुरंत बदला अपना कार्यक्रम, हेलिकॉप्टर से 2 घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर पहुंचाया अस्पताल
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फाइल फोटो 
डीजीपी ने बीएसएफ, पायलट और डॉक्टर को कहा शुक्रिया.

भुवनेश्वर:- ओडिशा के बौध और कंधमाल जिलों की सीमा से लगे जंगलों में माओवादियों के साथ मुठभेड़ में शनिवार को पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) के दो जवान घायल हो गए। उनका स्थानीय पीएचसी में इलाज शुरू कराया गया है। जवानों का इलाज चल रहा था, तभी मलकानगिरी और कोरापुट जिलों के दौरे पर गए ओडिशा के डीजीपी अभय को घायल जवानों के बारे में पता चला। उन्होंने तुरंत अपना शेड्यूल बदला और घायल जवानों को एयरलिफ्ट करने के लिए अपने हेलिकॉप्टर को बौध की ओर मोड़ दिया।

ओडिशा पुलिस के अनुसार, डीजीपी सीनियर पुलिस अफसरों के साथ एलडब्ल्यूई विरोधी कार्यों की समीक्षा के लिए मलकानगिरी और कोरापुट जिलों के दौरे पर आए थे। इस दौरान जब वह सुनाबेड़ा पहुंचे तो उन्हें घायल जवानों के बारे में खबर पता चली। डीजीपी ने तुरंत अपना कार्यक्रम बदल दिया और बौध के पदेलपाड़ा पहुंच गए। घायल दो जवानों को डॉक्टर की मदद से एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर ले जाया गया है।
दोनों कमांडो का एम्स भुवनेश्वर में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। उधर पुलिस ने एक बयान में बताया कि इलाके में अभियान तेज कर दिया गया है। डीजीपी अभय ने कहा, 'शनिवार सुबह कंधमाल जिले के गोचापाड़ा थाने के तहत ओडिशा पुलिस के एसओजी जवानों और नक्सलवादियों के बीच गोलीबारी हुई। हमारे दो जवान घायल हो गए और हमें सूचना मिली कि कुछ नक्सली भी घायल हुए हैं।'
डीजीपी ने बीएसएफ, पायलट और डॉक्टर को कहा शुक्रिया
डीजीपी ने कहा, 'मैं बीएसएफ और उनके पायलट को धन्यवाद देना चाहता हूं। हेलिकॉप्टर इस सेवा के लिए ड्यूटी पर नहीं था, बल्कि यह ओडिशा पुलिस के मलकानगिरी और कोरापुट के दौरे के कार्यक्रम के लिए लगा हुआ था।' डीजीपी ने बताया कि एक आईएएफ (भारतीय वायु सेना) के हेलिकॉप्टर की भी जरूरत थी, लेकिन खराब मौसम के चलते इसे नहीं बुलाया जा सका। हालांकि बीएसएफ पायलट ने तुरंत एक वैकल्पिक मार्ग लिया और पदेलपाड़ा नाम की एक बहुत छोटी जगह पर लैंडिंग की और घायल जवानों को सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया। उन्होंने कांतमल पीएचसी के डॉक्टर को भी धन्यवाद दिया, जो बिना ड्रेस बदले तुरंत सेवा के लिए हाजिर हो गए थे।

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