
युवा देश का भविष्य होता हैं। ऐसे में देश के युवाओं की प्रतिभा को पहचानना और उन्हें और अधिक कुशल बनाना बेहद जरूरी है। किसी भी देश का विकास कुशल युवाओं के मजबूत कंधों पर होता है। चाहे वह रोजगार या उद्यमिता, कार्य में प्रदर्शन के लिए कौशल का होना बेहद महत्वपूर्ण है। इसी मकसद से हर साल 15 जुलाई को विश्व युवा कौशल दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का खास मकसद युवाओं के कौशल का निरीक्षण करने और उन कदमों को समझना है, जिससे युवा समय के साथ अधिक कुशल बन सकें। आइए जानते हैं इस खास दिन का इतिहास और महत्व-
विश्व युवा कौशल दिवस का इतिहास
इस दिन को मनाने की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र द्वारा साल 2014 में की गई थी। यह दिन युवाओं को नौकरी के लिए आवश्यक कौशल के महत्व के बारे में जागरूक करने के लिए घोषित किया गया था। दरअसल, साल 2014 में जब संयुक्त राष्ट्र ने विकास के एक स्थायी मॉडल की तरफ बढ़ते हुए दुनिया में कौशल के लगातार बढ़ते महत्व को पहचाना, जिसके बाद उन्होंने 15 जुलाई 2014 को इस दिन की शुरुआत की। तब से, लेकर आज तक, हर साल इसी दिन यह विशेष दिन मनाया जाता है।
विश्व युवा कौशल दिवस का उद्देश्य
हर साल विश्व युवा कौशल दिवस मनाने का उद्देश्य युवाओं को तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण (TVET) संस्थानों, कंपनियों, नियोक्ताओं और श्रमिक संगठनों, नीति-निर्माताओं और विकास भागीदारों से मिलने और उनसे बात करने का अवसर प्रदान करना है।
विश्व युवा कौशल दिवस की थीम
हर खास दिन हर सा किसी न किसी खास थीम के लिए मनाया जाता है। ऐसे में अगर बात करें इस साल के थीम की, तो साल 2023 के लिए विश्व युवा कौशल दिवस की थीम- ‘परिवर्तनकारी भविष्य के लिए शिक्षकों, प्रशिक्षकों और युवाओं को कुशल बनाना’ तय की गई है। इस थीम का मकसद युवाओं को आकार देने में शिक्षकों और शिक्षकों द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करना है।
