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वर्ल्ड इकोनमिक फोरम : पीएम मोदी ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर एक समान नीति बनाने की जरूरत पर आग्रह किया
Apurva Srivastav
17 Jan 2022 5:25 PM GMT
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वर्ल्ड इकोनमिक फोरम के मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बदलती विश्व व्यवस्था के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व बैंक जैसे वैश्विक संस्थानों में बड़े बदलाव का जोरदार आह्वान किया है।
वर्ल्ड इकोनमिक फोरम के मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बदलती विश्व व्यवस्था के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र, विश्व स्वास्थ्य संगठन, विश्व बैंक जैसे वैश्विक संस्थानों में बड़े बदलाव का जोरदार आह्वान किया है। उन्होंने यह आह्वान खास तौर पर लोकतांत्रिक देशों से किया है। इसी के साथ उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सभी देशों से एक समान नीति बनाने का आग्रह किया है, क्योंकि तकनीकी आधार पर किसी भी एक देश के लिए इसको लेकर नियम बनाने का कोई मतलब नहीं होगा। बहुराष्ट्रीय कंपनियों के इस सबसे बड़े मंच पर पीएम मोदी ने भारतीय अर्थव्यवस्था की संभावनाओं की मार्केटिंग करने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने मौजूदा समय को भारत में निवेश करने के लिए सबसे बेहतरीन बताया।
पीएम ने सीधे तौर पर किसी संस्थान का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा किस तरह की वैश्विक एजेंसियों की तरफ था, यह साफ है। उन्होंने कहा कि वैश्विक आर्डर में बदलाव के साथ ही दुनिया के समक्ष चुनौतियां बढ़ रही हैं। जब इन संस्थानों का गठन किया गया था तो स्थिति कुछ और थी और अब परिस्थितियां बदल गई हैं। वर्ष 2022 की शुरुआत में वैश्विक समुदाय के समक्ष इन संस्थानों में बदलाव को एक बड़ी चुनौती बताते हुए उन्होंने कहा कि हर लोकतांत्रिक देश को इसमें बदलाव के लिए अपने कर्तव्य का पालन करना होगा। नई चुनौतियों को देखते हुए नए रास्ते व नए संकल्प की जरूरत है।
भारत ने विश्व को उम्मीदों के गुलदस्ते का खूबसूरत उपहार दिया
नई विश्व व्यवस्था में बदलाव के साथ ही पीएम मोदी ने यह भी कहा कि इस बदलाव में भारत क्या दे सकता है। हाल के समय में अंतरराष्ट्रीय मीडिया में भारत में असहिष्णुता के मुद्दे को मिले कवरेज को भांपते हुए उन्होंने बहुवादी व बहुसांस्कृतिक भारत को विश्व की एक ताकत के तौर पर चिह्नित किया। कोरोना काल में भारत की तरफ से वैश्विक बिरादरी को दी गई मदद को उम्मीदों का गुलदस्ता बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने विश्व को उम्मीदों के गुलदस्ते का खूबसूरत उपहार दिया है। इस गुलदस्ते में भारतीयों का लोकतंत्र पर भरोसा, 21वीं सदी को सशक्त बनाने वाली तकनीक और भारतीयों की प्रतिभा शामिल हैं। भारतीय दवाओं, वैक्सीन व भारतीय स्वास्थ्य पेशेवरों की तरफ से दुनिया को दी गई मदद का खास तौर पर जिक्र किया।
पीएम मोदी ने कहा, यह भारत में निवेश करने का सबसे सही समय
पीएम मोदी ने भारतीय इकोनमी में हो रहे परिवर्तन और यहां के कारोबार में सहूलियत के हिसाब से माहौल में हो रहे बदलाव का जिक्र करते हुए वैश्विक सप्लाई चेन में भारत को एक सशक्त विकल्प के तौर पर भी पेश किया। उन्होंने कहा कि हम प्रतिबद्ध हैं कि मेक इन इंडिया, मेक फार वर्ल्ड के तहत एक भरोसेमंद वैश्विक सप्लाई चेन स्थापित की जा सके। कई देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते को लेकर चल रही वार्ता, यहां तेजी से स्थापित हो रहे यूनीकार्न, प्रतिभाशाली व प्रशिक्षित युवाओं की बढ़ती संख्या, इकोनमी में तकनीक आधारित सेवाओं के तेजी से विस्तार का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत में निवेश करने का सबसे सही समय है। भारतीयों की उद्यमशीलता, नई तकनीक को अपनाने की क्षमता वैश्विक कंपनियों को नई ऊर्जा दे सकती है।
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