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कोविड महामारी के कारण डिजिटली हुआ पुस्तक मेला, कैसे करें रजिस्ट्रेशन

Khushboo Dhruw
7 March 2021 2:28 AM GMT
कोविड महामारी के कारण डिजिटली हुआ पुस्तक मेला, कैसे करें रजिस्ट्रेशन
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कोविड महामारी के चलते ज्यादातर काम ऑनलाइन हो रहें हैं. कोरोना को देखते हुए इस बार का विश्व पुस्तक मेला डिजिटली आयोजित हो रहा है

कोविड महामारी के चलते ज्यादातर काम ऑनलाइन हो रहें हैं. कोरोना को देखते हुए इस बार का विश्व पुस्तक मेला डिजिटली आयोजित हो रहा है. इस बार पुस्तक मेले का थीम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 है. मेले के दौरान शिक्षा और शिक्षाशास्त्र पर चर्चा, लेखकों के साथ बातचीत, पुस्तक विमोचन समारोह, सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि का वर्चुअल आयोजन किया जाएगा. 2021 पुस्तक मेले में यूके, यूएसए, यूएई, चीन फ्रांस, ईरान, नेपाल, स्पेन, श्रीलंका, यूक्रेन, इटली सहित 15 से अधिक देशों ने भाग लिया है.

कैसे करें पुस्तक मेले में रजिस्ट्रेशन
एनबीटी द्वारा इस बार पूरा आयोजन वर्चुअल हो रहा है. इसके लिए NBT द्वारा वेबसाइट को खास तौर से डिजाइन किया गया है. बुक रिलीज से लेकर कल्चरल फंक्शन तक, सभी कार्यक्रम ऑनलाइन होंगे और दर्शकों को 360 डिग्री एक्सपीरियंस मिलेगा. बुक फेयर में बड़ी आसानी से हिस्सा ले सकतें हैं.
विश्व पुस्तक मेले के लिए ही बनाई गई है. इसमें सभी तरह की जानकारी मौजूद है. एग्जिबिशन हॉल में एंटर करने के लिए लोगों को लॉग-इन करना होगा. वेबसाइट पर 'एंटर हॉल' के ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद वेबसाइट पर लॉग-इन का ऑप्शन आता है. नए कस्टमर खुद को रजिस्टर कर सकते हैं. वहीं जिनके पास लॉग-इन डीटेल हैं, वो लॉग-इन कर बुक फेयर का मजा ले सकते हैं. जिसके साथ वो किसी भी पब्लिकेशन को सर्च कर सकतें हैं. अलग अलग हॉल में वर्चुअल एक्सपीरियंस कर सकतें हैं.
बुक पसंद करके उसे कार्ट में ऐड करना होगा उसके बाद अपने पसंद का पेमेंट इस्तेमाल कर सकतें हैं. जिसके बाद घर पर बैठे बैठे उन तक किताब मिल जाएगी. साथ ही कार्यक्रम में सेमिनार, बुक रिलीज, लिटररी इवेंट, पैनल डिस्कशन और लेखकों के बातचीत होगी.
प्रकाशकों को पहले दिन मिला कम फुट फॉल
जिस तरह से प्रगति मैदान में चहल पहल रहती थी. लोग परिवार के साथ आते थे लेकिन कोरोना ने एक न्यू नॉर्मल शुरू कर दिया है. इस बार के अपने अनुभव को बताते हुए वाणी पब्लिकेशन की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अदिति अपना अनुभव बताते हुए कहती हैं, 'आम जनता ऑनलाइन उतना रिस्पांस नहीं कर रहा है. डिजिटल इकॉनमी से समान्जस नहीं बिठा पा रहे हैं. नेशनल बुक स्टोर ने कई इवेंट लॉन्च किए हैं. व्यक्तिगत रूप से ना सही लेकिन ये हो रहा यही अच्छी बात है. जमीनी पाठक उतना डिजिटल किताबें नहीं खरीदता है. ऑनलाइन फुट फॉल आने वाले समय ये बढ़े साउथ एशिया का सबसे बढ़ा बुक फेयर होता है. बहुत सी किताबें लॉकडाउन के बाद आयीं हैं. ग्राफिक नॉवेल भी शामिल की है. डिजिटल माध्यम के चलते लोगों अविश्वास की स्थिति है. हालांकि उन्हें उम्मीद है कि एक दो दिन में स्थिति बेहतर होगी और वो सरकार के इस कदम का स्वागत करती हैं. काफी अच्छे तरह से वर्चुअली बुक फेयर का आयोजन किया गया है.'


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