श्रमिक ने बेटे और बेटी को पुलिस अधिकारी बनाया, दोनों एसआई पद पर चयनित
यूपी। आगरा के श्रमिक के बेटे और बेटी दोनों ने उत्तर प्रदेश पुलिस में उपनिरीक्षक पद पर चयनित होकर पिता के सपनों को साकार किया है। दोनों बच्चों शिवांक और सिमरन की उपलब्धि पर बारहखंबा, अर्जुन नगर निवासी पिता बलवीर सिंह की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। दोनों बच्चों ने जब अपनी कैप माता-पिता को पहनाई तो दोनों की आंखों से आंसू छलक पड़े।
बलवीर सिंह ने बताया कि वह और उनकी पत्नी अधिक पढ़े-लिखे नहीं हैं, इसलिए परिवार चलाने के लिए दिन-रात मेहनत करनी पड़ती थी। बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए उन्होंने टोरंट पावर में श्रमिक के रूप में नाइट शिफ्ट लगाकर महीने में 45 दिन काम किया और परिवार सहित बच्चों को कोई कमी नहीं होने दी। पिता का संघर्ष बच्चे भी देखते थे, दोनों बच्चों शिवांक और सिमरन ने सीमित संसाधनों में अपना शत- प्रतिशत दिया।
मिर्जापुर पुलिस अकादमी में विगत दिनों हुई पुलिस पासिंग आउट परेड में बेटे शिवांक कमलेश और बेटी सिमरन कमलेश ने उप्र पुलिस में उप निरीक्षक पद प्राप्त किया। दो बच्चों के उप निरीक्षक बनने पर डा. आंबेडकर अनुयायी एकता फाउंडेशन के अध्यक्ष आशीष प्रिंस, राजेंद्र टाइटल, रितेश सोनकर, विवेक बौद्ध, शैलेंद्र मधुकर, नीरज कुमार बलबीर सिंह व उनकी पत्नी को सम्मानित किया। उप निरीक्षक बने शिवांक ने बताया कि उन्होंने 10वीं और 12वीं शाहगंज स्थित राजकीय इंटर कालेज और आरबीएस कॉलेज बिचपुरी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। इसके बाद एक निजी कंपनी में नौकरी की। मन नहीं लगा तो वर्ष 2021 में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी की। इस वर्ष पुलिस में चयन हो गया
सिमरन ने शाहगंज स्थित तुलसी देवी कन्या इंटर कालेज से 10वीं और 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की। आगरा कॉलेज से बीएससी, एसएस कॉलेज मलपुरा से एमएससी की। बीटीसी, शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की। यूपी पुलिस की परीक्षा देने का मन नहीं था, लेकिन पिता के कहने पर उन्होंने प्रयास किया और चयनित हो गई।