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महिला वार्ड पार्षद की पहल, 20 साल से बंद रास्ते को निजी प्रयास से खुलवाया

Shantanu Roy
29 Jan 2023 1:35 PM GMT
महिला वार्ड पार्षद की पहल, 20 साल से बंद रास्ते को निजी प्रयास से खुलवाया
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नेक काम
छपरा। बिहार में सभी नगर निकायों में चुनाव समाप्त होने के बाद नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने अब काम करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में 20 साल से बंद पड़े जिस रास्ते को नगर निगम भी नहीं खुलवा पाया। उसे महिला वार्ड आयुक्त ने आसान कर दिखाया है। यह काम निगम के फंड से नहीं, बल्कि दृढ़ इच्छाशक्ति और लोगों के श्रमदान से संभव हो पाया है। इससे 5 हज़ार लोगों को फायदा हुआ है। इस काम में नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर 6 की वार्ड आयुक्त श्वेता पांडे ने खुद तो फावड़ा नहीं उठाया। लेकिन 20 साल से बंद पड़े रास्ते को श्रमदान और निजी खर्च से जरूर खुलवा दिया। जो रास्ता पिछले कई सालों से बंद पड़ा था। वह करीब 15 मीटर चौड़ा और 200 मीटर लंबा था और उस पर 50 ट्रैक्टर से अधिक मिट्टी और कचरा था। इतना ही नहीं पूरे सड़क पर जंगली घास और नरकट आदि उग आए थे। ऐसे मे रास्ता पूरी तरह से बंद हो चुका था और कोई भी इस रास्ते को खुलवाने के लिए हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था। यहां तक की नगर आयुक्त भी अपनी कई टीमों को भेज चुके थे। लेकिन यह रास्ता नहीं खुल पाया था और नगर निगम विफल साबित हुआ था। बीते चुनाव के समय वर्तमान वार्ड आयुक्त ने प्रत्याशी रहते हुए वादा किया था कि यदि जीत होती है तो सबसे पहले इस रास्ते को खुलवा देंगे।
चाहे इसके लिए कितनी भी मेहनत क्यों नहीं करना पड़े। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति काम आई। जीत के बाद पहला काम उन्होंने वार्ड 6 के बिंदा प्रसाद के घर से रामकृष्णपूरी गेट तक के बंद पड़े रास्ते को खुलवाने का प्रयास शुरू कर दिया और इसके लिए कुछ निजी खर्च भी की। करीब 15 हज़ार रूपये खर्च किया। उन्होंने जेसीबी को मंगवाया। आधा दर्जन मजदूरों को बुलाया। अपने घर परिवार के सदस्यों को और वार्ड के कुछ लोगों को साथ लिया और रास्ते को खुलवाने में जुट गई। रविवार को रास्ता खुल गया और ऊंचे नाले रूपी बाधा बनी समस्या को भी दूर कर दिया। स्थानीय लोगों में अर्जुन प्रसाद, विनोद प्रसाद, चित्रांश पांडे, बिंदा प्रसाद आदि ने बताया कि यदि मन में कुछ कर गुजरने की तमन्ना हो तो कोई भी काम आसान हो जाता है। घर के सदस्य हिमांशु पांडे ने बताया कि जीत के बाद से ही श्वेता का लक्ष्य था कि इस रास्ते को खुलवाया जाए। उन्होंने बताया कि साल 2001 से रास्ता बंद है जब किया पूरी तरह से पीसीसी है। इस रास्ते से वार्ड चार से आठ तक के लोगों का आना जाना होता है। ऐसे में करीब 5000 की आबादी प्रभावित होती थी। गुदरी बाजार और एनएच 19 पर जाने के लिए लोगों को कई किलोमीटर से घूम कर आना पड़ता था। अब इस समस्या से निजात मिल गई है। अब यह कई किलोमीटर का रास्ता 200 मीटर में बदल गया है। आसपास के वार्ड के लोगों में खुशी है। अब तो लोगों का आना जाना भी शुरू हो गया है बाइक और चार पहिया वाहन भी आने-जाने लगे हैं।
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