उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के फंटी जींस वाले बयान को लेकर सियासी बयानबाजी जारी है। अब इस बहस में मध्य प्रदेश की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर का नाम भी शामिल हो गया है। शिवराज सिंह सरकार की मंत्री का कहना है कि लड़कियों को मर्यादा में रहना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति में फटे कपड़े पहनना अपशकुन माना जाता है। आपको बता दें कि, तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री बनने के कुछ दिन बाद ही लड़कियों के द्वारा फटी जींस पहनने पर विवादित बयान दिया था। जिसके बाद पूरे देश में उनके बयान की आलोचना हुई थी और साथ ही वे कई लोगों के निशाने पर भी रहे।
एमपी की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने कहा कि वह तीरथ सिंह की बात से पूरा इत्तेफाक रखती हैं। उन्हें लगता है कि लड़कियों को रिप्ड जींस नहीं पहनना चाहिए। उन्होंने कहा भारतीय संस्कृति में फटे हुए कपड़ों को पहनना अपशकुन माना गया है। इसके बाद तो उषा ठाकुर ने लड़कियों को मर्यादा में रहने की नसीहत भी दे दी। फिर बोलीं कि वैसे भी एमपी की लड़कियां मर्यादा में रहती हैं, लेकिन जो फटे कपड़े पहन रही हैं उन्हें अपनी संस्कृति और संस्कारों की चिंता करना चाहिए।
पत्नी ने भी किया था तीरथ सिंह रावत का बचाव
सीएम को घिरता देख उनकी पत्नी डॉ. रश्मि रावत बचाव को आगे आई थीं। तीरथ के बचाव में वीडियो जारी करते हुए वह कहती हैं कि तीरथ ने जिस संदर्भ में यह बात कही है, उसका गलत मतलब निकाला गया है। उनके अनुसार, सिर्फ एक शब्द को पकड़कर विपक्षियों ने मुद्दा बना लिया है। डॉ. रश्मि का कहना था कि तीरथ का मानना है कि महिलाओं की भागीदारी समाज और देश निर्माण के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण है। महिलाएं हमारी सांस्कृतिक धरोहर को बचाएं, हमारी पहचान को बचाएं, हमारी वेशभूषा को बचाएं।