जनवरी में जिले की होनहार बेटियों के साथ जिला कलक्टर करेंगे संवाद महिला अधिकारिता विभाग
डूंगरपुर। जिला स्तरीय महिला समाधान समिति एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला कार्यदल समिति की बैठक सोमवार को जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र की प्रगति पर चर्चा करते हुए जिला कलक्टर ने महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता के साथ समर्पण भाव से काम करने के …
डूंगरपुर। जिला स्तरीय महिला समाधान समिति एवं बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जिला कार्यदल समिति की बैठक सोमवार को जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र की प्रगति पर चर्चा करते हुए जिला कलक्टर ने महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता के साथ समर्पण भाव से काम करने के लिए निर्देशित किया। महिला सुरक्षा एवं सलाह केंद्र पर नवनियुक्त परामर्शदाता एवं केंद्र प्रबंधकों से उनके अनुभव जाने। इसी प्रकार वन स्टॉप सेंटर, इंदिरा महिला शक्ति केंद्र पर प्राप्त प्रकरणों की समीक्षा की गई।
महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक मोतीलाल मीणा ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर (सखी) केंद्र पर अप्रेल, 2022 से नवम्बर, 2023 तक 142 प्रकरण आए, इनमें से 141 प्रकरणों का निस्तारण हो चुका है। एक प्रकरण प्रक्रियाधीन है, जिसमें पीडि़त महिला एवं उसके पति के बीच राजीनामे की संभावना है। उन्होंने बताया कि सखी केंद्र पर घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाओं को विधिक, पुलिस, मेडिकल परामर्श एवं आश्रय की सुविधा दी जा रही है। घरेलू हिंसा से पीडि़त महिलाएं पुलिस लाइन के पीछे, पाटीदार छात्रावास के पास स्थित केंद्र पर संपर्क कर सकती हैं।
जिला कलक्टर ने योजनाओं की प्रगति पर संतोष जताते हुए कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान बहुत बड़ा सामजिक बदलाव का माध्यम बन रहा है। इसमें निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नवाचार अपनाने पर जोर दिया। इसी कड़ी में जिले में कॉफी विद कलक्टर शुरू किया जा रहा है। इसके तहत जनवरी माह में जिले की होनहार बेटियों के साथ जिला कलक्टर संवाद करेंगे। इस कार्यक्रम को कॉफी विद कलक्टर नाम दिया गया है। इससे बेटियों की झिझक दूर करने, उन्हें जीवन में बडे़ लक्ष्य निर्धारित करने और किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के विरोध में आवाज उठाने तथा समाज में महिलाओं के प्रति सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास के साथ गरीमामय जीवन जीने का वातावरण तैयार करने में मदद मिलेगी। महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक मोतीलाल मीणा ने बताया कि कॉफी विद कलक्टर कार्यक्रम में प्रत्येक ब्लॉक से 10 बालिकाएं शिक्षा, खेलकूद, कला, नवाचार, साहित्य, समाज सेवा सहित अन्य क्षेत्रों में व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करने वाली बालिकाओं का चयन किया जाएगा। इसमें सिर्फ राजकीय विद्यालयों-महाविद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को ही अवसर दिया जाएगा।
कार्यस्थल पर आंतरिक समिति नहीं बनाई, तो 50 हजार का जुर्माना लगेगा- जिला कलक्टर
जिला कलक्टर ने कार्य स्थल पर लैंगिक उत्पीड़न रोकने के लिए सभी राजकीय एवं गैर राजकीय विभागों, संस्थाओं जहां 10 या 10 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं, वहां अनिवार्य रूप से आंतरिक समिति का गठन किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि यदि किसी भी संस्थान में आंतरिक समिति का गठन नहीं हुआ, तो संबंधित विभागाध्यक्ष पर 50 हजार रूपये का जुर्माना लगेगा।
उड़ान योजना की प्रगति की समीक्षा, महिलाओं को पौने दो करोड़ से अधिक के ऋण बांटे
जिला कलक्टर ने उड़ान योजना की सतत निगरानी और पात्र किशोरियों को सेनेटरी नैपकीन वितरण की समीक्षा करते हुए आंगनवाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं अन्य संस्थानों में प्राप्ति एवं वितरण मानक प्रक्रिया के तहत करने और ज्यादा से ज्यादा योजना का लाभ दिलाने के निर्देश दिए। जिले में बालिकाओं-महिलाओं में मानसिक बीमारियों के इलाज के लिए झाड़-फूंक व यातनाओं की घटनाओं पर चिंता जताते हुए जिला कलक्टर ने सभी एसडीओ एवं पुलिस विभाग को ऐसी घटनाओं के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए आवश्यक कार्रवाई करने और मानसिक बीमारियों के प्रति वैज्ञानिक दृष्टीकोण के निर्माण के लिए व्यापक अभियान चलाने के निर्देश दिए। महिला आर्थिक सशक्तीकरण के क्षेत्र में जिले में अब तक इंदिरा महिला शक्ति उद्यम प्रोत्साहन योजना के तहत 105 ऋण स्वीकृत हो चुके हैं, जिनसे लगभग 1 करोड़ 77 लाख 89 हजार 283 रूपये का ऋण आवंटित किया गया है। इसमें 15 लाख 30 हजार 578 रूपये की सब्सिडी प्रदान की गई है। इससे महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाकर देश के विकास में सहभागिता देने में मदद मिलेगी। बैठक में सीएमएचओ डॉ. अलंकार गुप्ता, महिला अधिकारिता विभाग की सुपरवाइजर, महिला सुरक्षा सलाह केंद्र, वन स्टॉप सेंटर, इंदिरा महिला शक्ति केंद्र प्रबंधक, उपनिदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, डूंगरपुर अशोक शर्मा, डीडी आईसीडीएस पंकज द्विवेदी, गैर-सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।