बिहार। नवादा जिले के रोह थाना क्षेत्र के परतापुर गांव में महापर्व छठ की खुशी उस समय गम में तब्दील हो गई, जब एक छठ व्रती खरना का प्रसाद बनाने के दौरान आग की चपेट में आ गई. बताया जाता है कि गोपाल यादव की 70 वर्षीय पत्नी मुनकी देवी मिट्टी के चूल्हे पर खरना का प्रसाद बना रही थी. तभी आग की चिंगारी उड़ी, जिस कारण उनकी साड़ी में आग लग गई. जब तक वो कुछ समझ पातीं, तब तक आग की लपटों ने उन्हें अपने आगोश में ले लिया था.
परिजनों के सहयोग से आनन-फानन उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है. मिली जानकारी के अनुसार बुजुर्ग महिला पिछले 40 सालों से चैती छठ करती आ रही है. उनका पूरा परिवार छठी मैया की आराधना में जुटा था. छठ गीतों से पूरा घर गुंजायमान हो रहा था. तभी छठ की गीतों की जगह परिजनों की चीख-पुकार से छठ की खुशी गम में तब्दील हो गई.
परिजनों ने बताया कि महिला हर साल काफी धूमधाम से चैती छठ पूजा करती है. परिवार के सभी लोग गांव पहुंचते हैं. लेकिन इस हादसे के कारण रंग में भंग पड़ गया. महिला को चिंताजनक हालत में सदर अस्पताल में दाखिल कराया गया है. डॉक्टर द्वारा बेहतर इलाज की जा रही है. गांव के लोग अस्पताल पहुंच कर वृद्धा का हाल ले रहे हैं.