लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में समाजवादी पार्टी (सपा) की एक महिला नेता ने कथित रूप से खुदकुशी कर ली। महिला के परिवार का आरोप है कि वह थाने में अपने बेटे की गुमशुदगी की शिकायत कराने गई थी जहां पुलिस ने उनके साथ अभद्रता की जिससे क्षुब्ध होकर उन्होंने आत्महत्या कर ली। वहीं पुलिस का दावा है कि धोखाधड़ी के एक मामले में उन्हें पुलिस ने पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया था। इस संबंध में सपा ने कहा कि मामले की जांच और पीड़ित परिवार से मिलने के लिए उसका एक प्रतिनिधिमंडल सोमवार को बांदा जाएगा।
बांदा के अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) महेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि शनिवार की शाम शहर कोतवाली क्षेत्र के चिल्ला रोड मवई बाईपास में रहने वाली श्रीप्रसाद रैकवार की पत्नी सुधा रैकवार (45) ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया, "महिला और उनके पति व बेटा 'राम मुद्रा' नामक निजी बैंक संचालित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कई लोगों की रकम जमा करायी थी। पैसा वापस न करने पर दीपक शुक्ला नामक व्यक्ति ने शनिवार को उनके खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज करवाई थी, जिस पर महिला को पूछताछ के लिए पुलिस ने शहर कोतवाली बुलाया था। " एएसपी ने बताया कि पुलिस की पूछताछ के बाद घर जाने पर महिला ने शाम करीब पांच बजे कथित रूप से आत्महत्या कर ली।
उधर, महिला की बेटी रोशनी ने बताया कि उसका भाई शुक्रवार से लापता है, जिसकी सूचना देने उनकी मां, मामा रामकरण के साथ शहर कोतवाली गयी थी जहां पुलिस ने मां के साथ कथित रूप से अभद्रता की और मामा को हवालात में बंद कर दिया। रोशनी ने आरोप लगाया, 'पुलिस की अभद्रता से क्षुब्ध होकर मां ने आत्महत्या की है।'
एक सवाल के जवाब में एएसपी चौहान ने महिला के साथ अभद्रता के आरोप से इनकार करते हुए कहा, 'महिला ने पहले अपने बेटे के लापता होने की सूचना पुलिस को नहीं दी थी। महिला के आत्महत्या करने के बाद उनकी बेटी की तहरीर पर अपहरण का मामला दर्ज किया गया है। पूरे मामले की जांच की जा रही है।' इस बीच सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने रविवार को लखनऊ में एक बयान में कहा कि दीपक रैकवार के अपहरण की घटना और समाजवादी महिला सभा की नगर सचिव सुधा रैकवार की आत्महत्या की जानकारी लेने एवं पीड़ित परिवारों से मिलने पार्टी का एक प्रतिनिधिमण्डल 12 जुलाई सोमवार को बांदा जाएगा।