महिला पत्रकार ने मंत्री और उसके बेटे से अपनी जान को बताया खतरा
राजस्थान। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में मंत्री महेश जोशी के बेटे पर दिल्ली में रेप समेत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई है. आरोप है कि मंत्री के बेटे ने 23 साल की लड़की को नशीला पदार्थ मिलाकर कई बार रेप किया. पीड़िता की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने जीरो पर एफआईआर दर्ज कर ली है. इस मामले को आगे की जांच के लिए जयपुर भेजा जाएगा. पीड़िता का कहना है कि केस दर्ज कराए जाने के बाद अब उसकी और उसके परिवार की जान को खतरा है. लिहाजा, उसे सुरक्षा मुहैया करवाई जाए.
23 वर्षीय पीड़िता ने कहा कि आरोपी और उसके मंत्री पिता से उसकी और उसके परिवार की जान को खतरा है. पीड़िता एक न्यूज चैनल में एंकर के तौर पर काम करती है. उसने राजस्थान के मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी के खिलाफ दिल्ली में जीरो एफआईआर दर्ज कराई है. पुलिस ने मामले में धारा 376, 312, 328, 366, 377, 506, 509 समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है. पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उसे सवाई माधोपुर ले जाया गया, जहां उसे नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया. उसे कुछ होश नहीं रहा और आरोपी रोहित ने उसके साथ रेप किया. आरोपी ने कई जगहों पर उसके साथ रेप किया है. लड़की का ये भी कहना है कि मंत्री के बेटे ने मारपीट की और जबरन गर्भपात कराया था.
घटना के संबंध में इंडिया टुडे ने मंत्री महेश जोशी से फोन पर बात की. उन्होंने कहा कि वे अभी जयपुर से बाहर हैं और सोमवार को लौटेंगे. मंत्री जोशी के बेटे आरोपी रोहित ने जयपुर में होने की बात स्वीकार की. हालांकि, उन्होंने कैमरे पर बात करने से इनकार कर दिया. दोनों ने कहा कि उन्हें इस मामले में सोशल मीडिया के जरिए पता चला है.
वहीं, राजस्थान सरकार में मंत्री प्रमोद जैन भाया से इंडिया टुडे ने रेप के आरोपी मंत्री महेश जोशी के बेटे के मसले पर सवाल किया तो उन्होंने कहा- राजनीति में आरोप और प्रत्यारोप होते रहते हैं. लड़की का कहना था कि पिछले साल फेसबुक के जरिए मंत्री के बेटे से पहचान हुई थी. दोनों जयपुर में मिले और उसे 8 जनवरी 2021 को राजस्थान के सवाई माधोपुर में बुलाया गया था. यहां मुझे नशीला पेय पदार्थ दिया गया. अगले दिन जब मैं उठी तो उसने मेरी तस्वीरें और वीडियो दिखाए. मैं डर गई. उसके बाद आरोपी ने मुझे एक होटल में रुकवाया. आरोपी ने मुझसे शादी करने का वादा किया था. आरोपी अश्लील वीडियो बनाता था और वायरल करने की धमकी देता था.
बता दें कि इसी साल मार्च में कथित फोन टैपिंग मामले में मंत्री महेश जोशी और अन्य को नोटिस जारी किया गया था. उन्हें 16 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया था. गौरतलब है कि जुलाई 2020 में सचिन पायलट खेमे ने सीएम गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी थी. इसके बाद गहलोत सरकार ने बीजेपी पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए थे.