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5 बार हार्टअटैक आने के बाद भी जीवित है महिला, रहस्य बरकरार

Nilmani Pal
7 Dec 2023 5:41 AM GMT
5 बार हार्टअटैक आने के बाद भी जीवित है महिला, रहस्य बरकरार
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मुंबई। आम धारणा है कि हार्ट अटैक किसी को ज्यादा मौके नहीं देते और जिंदगी को खतरा रहता है। लेकिन मुंबई के मुलुंड इलाके की एक घटना हैरान करने वाली है। यहां की रहने वाली एक महिला को बीते 16 महीनों में 5 बार हार्ट अटैक आ चुका है। महिला को इनके चलते 5 स्टेंट लगवाने पड़े, 6 बार एंजियोप्लास्टी हुई और एक बार बाईपास सर्जरी भी हुई। महिला का कहना है कि वह यह जानना चाहती हैं कि आखिर उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें पहली बार सितंबर 2022 में उस वक्त हार्ट अटैक आया था, जब वह जयपुर से मुंबई के बोरिवली लौट रही थीं।

इसके बाद उन्हें तुरंत रेल प्रशासन की मदद से अहमदाबाद के एक अस्पताल में एडमिट कराया गया था। उन्होंने कहा कि इसके बाद मैंने एंजियोप्लास्टी के लिए मुंबई जाने का ही फैसला लिया। उनका इलाज करने वाले एक डॉक्टर हसमुख रावत ने कहा कि रेखा को आखिर हार्ट अटैक क्यों आया, यह अब भी एक रहस्य है और इस गुत्थी को सुलझाया नहीं जा सका है। वह अब तक कई डॉक्टरों को दिखा चुके हैं। इनमें से एक ने कहा कि वह एक ऑटो-इम्यून बीमारी की शिकार हैं, जिसके चलते उनकी नलियां कमजोर हुई हैं और हार्ट अटैक आया। हालांकि अब तक जो टेस्ट हैं, उनमें कोई ठोस वजह नहीं निकल सकी है कि हार्ट अटैक क्यों आए।

महिला की पहचान यहां निजता के चलते उजागर नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि हर कुछ महीने के बाद उन्हें हार्ट अटैक आते हैं। इससे पहले उन्हें सीने में तेज दर्द और बेचैनी के लक्षण होते हैं। वह कहती हैं कि उन्हें इसी साल 4 अटैक आ चुके हैं। एक फरवरी में, दूसरा मई, तीसरा जुलाई और फिर नवंबर में। वह कहती हैं कि इससे पहले भी वह एक बार हार्ट अटैक के केस में ही अस्पताल जा चुकी हैं। हालांकि एक बात उन्हें खुद भी समझ आती है कि यह स्थिति उनकी गंभीर बीमारियों और अधिक वजन के चलते भी हुई है।

वह कहती हैं कि उनका वजन सितंबर 2022 तक 107 किलो था। इसके अलावा डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और मोटापे की भी शिकार थीं। तब से अब तक वह अपना वजन 30 किलो घटा चुकी हैं। माना जा रहा है कि शरीर की ऐसी स्थिति भी हार्ट अटैक्स की वजह हो सकती है। उन्हें कई बार कोलेस्ट्रॉल को घटाने के लिए इंडेक्शन लगवाने पड़े हैं। इसके अलावा शुगर लेवल भी मेंटेन कर रखा है, लेकिन हार्ट अटैक उनका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि एक बार एंजियोप्लास्टी होने के बाद कुछ ही महीने में उनके हार्ट में फिर से ब्लॉकेज हो जाती है। पहली बार ही जब महिला को हार्ट अटैक आया तो उनके दिल के बायें हिस्से में ब्लॉकेज 90 पर्सेंट तक थी। हालांकि डॉक्टर भी मानते हैं कि वह लकी हैं कि इतने अटैक्स के बाद भी उन्हें बचाया जा सका।

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