महिला IAS ने IAS पति पर लगाया शारीरिक अक्षमता का आरोप, बोली - हनीमून के दौरान खुली पोल
सांकेतिक तस्वीर
लखनऊ। एक आइएएस दंपति की आपसी तकरार सोमवार शाम एफआइआर तक पहुंच गई। इसके बाद यह बात पुलिस और प्रशासनिक अमले में चर्चा का विषय बनते देर न लगी। महिला आइएएस ने आइएएस पति पर शारीरिक अक्षमता, मारपीट और लाखों रुपये हड़पने का आरोप लगाते हुए कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस, महिला आइएएस द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है।
महिला आइएएस के मुताबिक पांच मई 1990 को उनका विवाह हुआ था। विवाह के बाद हनीमून के दौरान पता चला कि पति शारीरिक रूप से अक्षम हैं, लेकिन पति यह बात हमेशा छिपाते रहे। वह उल्टा उन पर शारीरिक अक्षमता का आरोप लगाते हुए मारपीट कर प्रताडि़त करने लगे। महिला आइएएस ने आरोप लगाया कि पति की शारीरिक अक्षमता के कारण उनका परिवार कभी पूरा नहीं हो सका। पति उन्हेंं धमकाते रहते थे। उन्होंने यहां तक आरोप लगाए कि अगर वह उनकी जरूरतें नहीं पूरी कर सकेंगी तो वह किसी अन्य महिला के साथ रहेंगे। इस बात का विरोध करने पर वह मारपीट कर प्रताडि़त करने लगे। परिवार न टूटे, इस कारण उनके सारे जुल्म सहती गईं।
दस्तावेजों में हेरफेर कर अपने नाम करा लिया वेतन का खाता : महिला आइएएस ने बताया कि पति उन्हें खर्च के लिए रुपये नहीं देते थे। वर्ष 2004 से पति वेतन के सारे रुपये ले लेते हैं। खर्च के लिए सिर्फ छह हजार रुपये देते थे। वर्ष 2015 में पति ने दस्तावेजों में हेरफेर कर वेतन का खाता अपने नाम करा लिया। विरोध पर अथवा जरूरत पडऩे पर रुपयों की मांग करने पर बुरी तरह से पीटते थे। पति ने रुपयों का ट्रांजेक्शन करने के लिए मेरे नाम से तीन फर्जी मेल आइडी बनाईं, जिन्हें वेतन के खाते से लिंक कर दिया था। फर्जी मेल आइडी से पति ने भाई से पांच लाख की डिमांड कर रुपये ले लिए।
कोविड पाजिटिव हुईं तो हड़पे 19.50 लाख रुपये : पीडि़ता का आरोप है कि कुछ माह पहले वह और उनकी मां कोविड पाजिटिव हो गईं। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस बीच पति ने बैंक खाते से 19.50 लाख रुपये का गबन किया। उन रुपयों में से 13.10 लाख रुपये अपने नाम से शेयर मार्केट में लगाए। 6.40 लाख रुपये म्यूचुअल फंड में लगाए। इतना ही नहीं, पति ने बिना डाक्टर को दिखाए गलत दवाइयां देने का प्रयास किया। कोविड के दौरान ब्लैक फंगस जैसी गंभीर बीमारी हुई। ब्लैक फंगस की जब रिपोर्ट पाजिटिव आई तो पति ने इसकी जानकारी नहीं दी, जिससे समय से मुझे इलाज न मिल सके और समस्या गंभीर होती जाए।
पति ने हड़प लीं तीन प्रापर्टी : पीडि़ता ने बताया कि उन्होंने लोन करवाकर अपने नाम से तीन प्रापर्टी खरीदी थीं। पति ने प्रापर्टी में भी ज्वाइंट आनरशिप में रजिस्ट्री करवा ली। पीडि़ता ने पुलिस अधिकारियों से प्रापर्टी के पेपर से पति का नाम हटवाने के लिए भी कहा है। वहीं इंस्पेक्टर केके तिवारी ने बताया कि महिला आइएएस की तहरीर पर उनके आइएएस पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। महिला आइएएस द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की जा रही है। जो भी तथ्य आएंगे, उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।