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35 सालों से जंजीरों में जकड़ी महिला आजाद, जानें स्टोरी

jantaserishta.com
9 Oct 2022 5:45 AM GMT
35 सालों से जंजीरों में जकड़ी महिला आजाद, जानें स्टोरी
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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक

पूरा मामला जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे.
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में मानसिक रूप से अस्वस्थ महिला पिछले 35 सालों से एक ही कमरे के अंदर जंजीरों में जकड़कर जिंदगी गुजार रही थी. जब इस बात का पता हाथरस की विधायक को लगा तो उन्होंने महिला की मदद करने का सोचा. उन्होंने सेवा भारती के सदस्यों की मदद से महिला को आजाद करवाया. फिर उसके बेहतर इलाज के लिए मानसिक स्वास्थ्य संस्थान आगरा में भर्ती करवाया. पूरा मामला जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे.
टूंडला के मोहम्मदाबाद गांव की रहने वाली सपना जब महज 17 साल की थी तो परिवार को पता लगा कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है. घर वालों ने उसका काफी इलाज करवाया. लेकिन सपना की हालत में कोई सुधार नहीं आया. काफी इलाज करवाने के बाद भी जब सपना ठीक नहीं हुई तो घरवालों ने उसे घर में ही कैद करके रख दिया ताकि सपना कहीं चली ना जाए. इसके लिए उसके पैरों पर जंजीर भी बांध दी गई. घर वाले ऐसा करना तो नहीं चाहते थे. लेकिन वे भी मजबूर थे.
परिवार के लोग सपना को वहीं पर खाना दिया करते. उन्हें लगने लगा था कि सपना की जिंदगी इसी कमरे में कैद होकर रह जाएगी. फिर 2021 में सपना के पिता का बीमारी से निधन हो गया, जिसके बाद उसकी देखभाल उसके दो भाई करने लगे. पूरे 35 सालों से सपना ऐसी की जिंदगी जीती आ रही है. मानसिक रूप से बीमार सपना को खुद भी अपने हाल का शायद ही पता लग पाता होगा. वह लोगों से बात भी कम ही करती है.
जब सपना की हालत का पता हाथरस की विधायक अंजुला माहौर को लगा तो उन्होंने सेवा भारती के सदस्यों से बात की. फिर उन्हें महिला के बारे में पता लगाने के लिए भेजा. निर्मला सिंह के नेतृत्व में सेवा भारती की टीम फिरोजाबाद स्थित सपना के घर पहुंची. वहां उसकी हालत देखकर उन लोगों की आंखों में भी आंसू आ गए. एक महिला को जंजीरों से बांधा हुआ था, जैसे कि वह इंसान ही नहीं है.
उन्होंने इस बारे में परिजनों से बात की तो उन्होंने बताया कि वे लोग भी बहन को ऐसे बांधकर नहीं रखना चाहते. लेकिन मानसिक हालत को देखते हुए ही उन्हें अपनी बहन को इस तरह रखना पड़ता है. सपना के भाइयों ने बताया कि परिवार ने सपना का इलाज करवाने की काफी कोशिश की. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ.
इसके बाद निर्मला सिंह ने मानसिक रूप से अस्वस्थ सपना के परिजनों को बताया कि वे लोग उसका इलाज करवाने में मदद करेंगे, ताकि वह आगे की जिंदगी आजादी से जी सके. परिवार तैयार हो गया, जिसके बाद सपना को बेहतर इलाज के लिए मानसिक स्वास्थ्य संस्थान आगरा में भर्ती करवाया गया है. फिहलाल उनका इलाज शुरू हो चुका है. घर वालों को उम्मीद है कि शायद इस बार वह ठीक होकर ही घर वापस आए.
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