जमुई: बिहार के जमुई में साइबर फ्रॉड का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. बिजली विभाग का एसडीओ बनकर एक महिला के बैंक खाते से करीब 7 लाख रुपये का चूना लग गया. साइबर ठगी के शिकार महिला ने जमुई साइबर थाना में शिकायत करते हुए पुलिस से कार्रवाई की मांग की है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
मामला लक्ष्मीपुर प्रखंड का है. यहां की रहने वाली ठगी का शिकार हुई महिला गुलाबी कुमारी ने बताया है कि उसके पति अरुण कुमार तांती के मोबाइल पर एक नंबर से कॉल आया था. कॉल रिसीव करने पर दूसरे तरफ से एक शख्स ने बोला कि हैलो हम बिजली विभाग का एसडीओ बोल रहे हैं. आपका बिजली बिल अपडेट नहीं है. आपका बिजली काट रहे हैं.
इसके बाद फिर बिजली विभाग का फर्जी एसडीओ ने कहा कि 10 रुपया का रिचार्ज कर दो. इससे बिजली बिल अपडेट हो जाएगा. फिर उस शख्स ने सुविधा एप के माध्यम से 10 रुपया का रिचार्ज कराया और एक लिंक को भेज कर झांसे में लेते हुए एनीडेस्क ऐप का कोड डाउनलोड कर 10 अंकों का कोड उसके पति से ले लिया. इसके तुरंत बाद उसके दो बैंक खातों से 6 लाख 88 हजार रुपये की राशि निकाल गई.
जमुई पुलिस के मुताबिक, सायबर थाना में अब तक 18 एफआईआर दर्ज किए हैं और दर्ज मामलों में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही साइबर थाना की पुलिस ने 15 मोबाइल, 3 लैपटॉप, 19 एटीएम, 2 पैन कार्ड, 5 पासबुक, 14 चेकबुक के साथ-साथ 20500 रुपये शिकायतकर्ता के खाता में वापस भी कराया गया है.
साइबर थाना के इंस्पेक्टर संजीव कुमार सिंह ने बताया कि पीड़िता के शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है. मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है. आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि साइबर ठगी का शिकार होने से बचने के लिए किसी तरह का ओटीपी या बैंक खाता की जानकारी किसी अनजान व्यक्ति को न दें. सरकार और जमुई पुलिस द्वारा भी लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है.