महिला कांस्टेबल बनी देवदूत, मदद कर गर्भवती महिला को दी नई जिंदगी
सोर्स न्यूज़ - लाइव हिंदुस्तान
तमिलनाडु। वेल्लोर से एक बेहद शानदार तस्वीर सामने आई है जिसमें एक महिला कांस्टेबल की गोद में नवजात शिशु दिख रहा है। यह तब की है जब महिला कांस्टेबल ने एक बेसहारा महिला की आवाज सुनी और जब वह पहुंची तो महिला का लेबर पेन शुरू हो चुका था। इसके बाद महिला कांस्टेबल ने उस बेसहारा महिला की मदद की और बच्चा पैदा हुआ।
दरअसल, यह घटना तमिलनाडु के वेल्लोर स्थित अन्ना सलाई नामक जगह की है। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक यहां के दक्षिणी पुलिस स्टेशन से जुड़ी हेड कांस्टेबल इलावरसी शनिवार रात की ड्यूटी के लिए जा रही थीं। इसी बीच करीब ढाई बजे राह को उन्होंने एक महिला को दर्द से कराहते सुना। इलावरसी ने मौके पर पहुंचकर देखा कि एक गर्भवती महिला प्रसव पीड़ा में है।
इलावरसी ने तुरंत थाने को फोन कगाया और एंबुलेंस मंगा ली। हालांकि इस दौरान लेबर पेन बढ़ गया और इलावरसी ने बच्चे को जन्म देने में महिला की सहायता की। इसी दौरान बच्चे जा जन्म हो गया। एंबुलेंस पहुंची तो महिला को मां सरकारी अस्पताल ले जाया गया। महिला की पहचान 30 वर्षीय शबाना के रूप में की गई। उसके पति शानू ने महिला को छोड़ दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक प्रेग्नेंट शबाना अपने दस साल के बेटे के साथ एक बस स्टैंड पर रहती थी। वह भीख मांगकर अपना और बच्चे का पेट पालती है। उसका लेबर पेन शुरू होते ही महिला कांस्टेबल वहां पहुंच गई। कांस्टेबल इलावरसी ने सही समय पर शबाना की मदद की, जिससे मां और बच्चे की जान बच गई।
इलावरसी ने बताया कि मां और बच्चा दोनों ठीक हैं। मैंने उसे अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद मुझसे मिलने के लिए कहा है ताकि हम उसे घर खोजने में मदद कर सकें। इस दौरान कांस्टेबल इलावरसी की एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें नवजात शिशु उनकी गोद में है और तौलिया में लपेटा हुआ है।