हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर (Bilaspur) जिले में पुलिस टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. सदर थाना के पास लगाए हुए नाके के दौरान पुलिस ने उत्तराखंड के एक महिला और युवक से 18 लाख रुपये की हिमालयन वियाग्रा (जड़ी-बूटी) के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी कुल्लू से लेकर यह जड़ी-बूटी उत्तराखंड जा रहे थे. सदर थाना के पास नाके में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर मामला दर्ज किया गया है. पुलिस के अनुसार, बाइक को टक्कर मारने के बाद मंगलवार शाम को पुलिस ने नाका लगाया. कार सवारों पर बाइक को टक्कर मारने का आरोप था. इसलिए पुलिस ने मनाली की ओर से आ रही होंडा सिटी कार को चेकिंग के लिए रोका तो सवार पुलिस को देखकर घबरा गए. पुलिस को शक हुआ और चेकिंग के लिए गाड़ी से नीचे उतारा. गाड़ी की सीट के नीचे एक जड़ी बूटियों से भरा बैग मिला. पुलिस ने पूरी जांच पड़ताल की तो यह जड़ी-बूटी हिमालयन वियाग्रा निकली और बाजार में इसकी कीमत प्रति किलो 20 लाख रुपये आंकी गई है. 900 ग्राम इसका वजह है.
यह एक तरह का जंगली मशरूम है जो कैटरपिलर्स को मारकर उस पर पनपता है. इसे कॉर्डिसेप्स साइनेसिस और जिस कीड़े के कैटरपिलर्स पर ये उगता है. उसका नाम हैपिलस फैब्रिकस है. विभिन्न स्थानों पर इसे अलग-अलग नाम से जाना जाता है. इसे यारचगुम्बा, यत्सा गनबू, यार्त्सा गनबा, यत्सुगुंबू और कीड़ा जड़ी नाम से जानते हैं. तिब्बत में यत्सा गनबू का अर्थ है ग्रीष्मकालीन घास सर्दी कीड़ा. इसे कीड़ा-जड़ी इसलिए कहते हैं, क्योंकि ये आधा कीड़ा है और आधा जड़ी है. चीन-तिब्बत में इसे यारशागुंबा कहा जाता है. सबसे आसान भाषा में इसे हिमालय वियाग्रा के नाम से जानते हैं.