Personal finance : सार्वजनिक क्षेत्र की इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने कई ऐसी पॉलिसियों की शुरुआत की है, जिनमें निवेश करने के बाद आपको गारंटीड रिटर्न मिलेगा. यदि आप रिटायरमेंट के बाद अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, तो आप एलआईसी की फ्लैगशिप एन्युटी प्लान जीवन अक्षय पॉलिसी (Jeevan Akshay policy) में एक बार पैसा लगाकर जीवन भर 20,000 रुपये की गारंटीड पेंशन हर महीने पा सकते हैं. एलआईसी ने अभी हाल ही में इस पेंशन प्लान को दोबारा शुरू किया है. कुछ महीने पहले कंपनी ने इस पेंशन प्लान को वापस ले लिया था. भारतीय जीवन बीमा निगम रिटायरमेंट पेंशन पॉलिसी से जुड़ी हर News in Hindi से अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
दरअसल, एलआईसी की तरफ से नए तौर पर लाई गई जीवन अक्षय पॉलिसी-VII इमिडिएट एन्युटी प्लान है. इसमें एक बार प्रीमियम का भुगतान करने पर जीवन भर पेंशन पाने की सुविधा प्रदान की जाती है. एलआईसी की इस जीवन अक्षय पॉलिसी में एकमुश्त प्रीमियम पेमेंट करने पर निवेशक एन्युटी के 10 मौजूद ऑप्शन में से किसी एक को सलेक्ट कर सकते हैं. ऑप्शन A से J सिर्फ जीवन अक्षय स्कीम के साथ उपलब्ध होंगे.
जीवन अक्षय पॉलिसी को कोई भी भारतीय नागरिक ले सकता है. इसमें निवेशक 1 लाख रुपये की किस्त चुकाकर भी पेंशन पा सकते हैं. गौर करने वाली बात यह है कि अगर आप 20 हजार रुपये हर महीने पेंशन चाहते हैं, तो आपको ज्यादा निवेश करना होगा. इस स्कीम में कोई भी रकम जमा कर सकते हैं. इस पॉलिसी में 30 से 85 साल के लोग ही निवेश कर सकते हैं. एलआईसी की जीवन अक्षय पॉलिसी-VII में कुल 10 ऑप्शन होंगे. एक ऑप्शन (A) है, जिसमें आपको एक ही प्रीमियम पर हर महीने 20 हजार रुपये की पेंशन मिलती है. आप हर महीने ये पेंशन चाहते हैं, तो आपको प्रति महीने वाला पेंशन ऑप्शन ही चुनना होगा. कैलकुलेशन के मुताबिक, 20 हजार रुपये हर महीने पेंशन पाने के लिए आपको एक बार में 40,72,000 रुपये का निवेश करना होगा. तब आपकी मासिक पेंशन 20,967 रुपये होगी.
एलआईसी जीवन अक्षय पॉलिसी में प्रीमियम पेमेंट सलाना, छमाही, तिमाही और मासिक कर सकते हैं. सालाना आधार पर 2,60,000 रुपये, छमाही आधार पर 1,27,600 रुपये, तिमाही आधार पर 63,250 रुपये और मासिक आधार पर 20,967 रुपये की पेंशन मिलती है. इस पॉलिसी को खरीदने पर शुरू में ही एन्युटी की दरों की गारंटी दे दी जाती है. पॉलिसीधारक को उम्रभर एन्युटी का पेमेंट किया जाता है. इस पॉलिसी को ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से लिया जा सकता है.