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धनबाद (आईएएनएस)| धनबाद के लोदना बाजार-बागडिगी-जयरामपुर मार्ग पर अचानक भू-धंसान से खाई बन गई और इसमें समाकर एक सांड़ की मौत हो गई। गनीमत यह रही कि जिस वक्त जोरदार आवाज के साथ धरती धंसी, उस वक्त वहां कोई इंसान मौजूद नहीं था। थोड़ी देर पहले इसी जगह से छात्रों का एक समूह गुजरा था। हादसे के बाद इलाके के लोग भयभीत हैं।
बता दें कि लोदना का यह इलाका अग्निप्रभावित है। यहां जमीन के अंदर मौजूद कोयले में आग लगी है और इस वजह से अक्सर भू-धंसान की घटनाएं होती रहती हैं। जिस जगह यह हादसा हुआ, उसके आसपास लगभग दो हजार की आबादी है। भू-धंसान वाली जगह पर लगभग 12 फीट लंबा और छह फीट चौड़ा गोफ (खाई) बन गया। वहां से धुएं और गैस का रिसाव होने लगा। इसकी जानकारी मिलने के बाद बीसीसीएल (भारत कोकिंग कोल लिमिटेड) ने डोजर के जरिए इसे समतल कराया है।
झरिया क्षेत्र में जमीन फटने और खाई बनने की घटनाएं अब आम हो गई हैं। झरिया कोयलांचल के 595 क्षेत्रों को अग्नि प्रभावित घोषित किया गया था और इलाके में रह रहे लोगों को यहां हटाकर सुरक्षित जगहों पर बसाने के लिए मास्टर प्लान लागू किया गया था। 2009 में लागू हुए मास्टर प्लान की मियाद 2021 के अगस्त महीने में ही खत्म हो गयी है। केंद्र की मंजूरी के बाद 11 अगस्त 2009 को झरिया के लिए लागू हुए मास्टर प्लान के मुताबिक भूमिगत खदानों में लगी आग को नियंत्रित करने के साथ-साथ 12 साल यानी अगस्त 2021 तक अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में रह रहे लोगों के लिए दूसरी जगहों पर आवास बनाकर उन्हें स्थानांतरित कर दिया जाना था, लेकिन अब तक ये दोनों ही लक्ष्य पूरे नहीं हो पाये हैं।
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