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बीजेपी के फायरब्रांड नेता अन्नामलाई का जादू चलेगा? Exit Poll की भविष्यवाणी जानें

jantaserishta.com
2 Jun 2024 3:55 AM GMT
बीजेपी के फायरब्रांड नेता अन्नामलाई का जादू चलेगा? Exit Poll की भविष्यवाणी जानें
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कोयंबटूर: लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 से पहले शनिवार को एग्जिट पोल काफी चौंकाने वाले थे। पोल में लगभग सभी सर्वों ने भाजपा की बंपर जीत की भविष्यवाणी की है। दक्षिण में वाम के मजबूत किले केरल में सेंध के अलावा कई उत्तरी राज्यों में भाजपा ज्यादा बड़ी ताकत के साथ वापसी करती दिख रही है। कई सर्वे में नरेंद्र मोदी का 400 पार का नारा हकीकत बनता दिखाई दे रहा है। हालांकि कुछ राज्यों में भाजपा को निराशा हाथ लग सकती है। दक्षिण भारतीय राज्य तमिलनाडु में भाजपा के हाथ कुछ सीट जरूर लग सकती है लेकिन, प्रदेश में उनके लोकप्रिय चेहरे अन्नामलाई को हार का सामना करना पड़ सकता है। एक्सिस माई इंडिया एग्जिट पोल की भविष्यवाणी कहती है कि अन्नामलाई को कोयंबटूर में झटका लग सकता है।
चेन्नई के बाद कोयंबटूर तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। 2024 के लोकसभा चुनाव परिणाम में कोयंबटूर में भाजपा को तगड़ा झटका लग सकता है। यहां भाजपा के फायरब्रांड नेता और प्रदेश अध्यक्ष अन्नामलाई अपनी सीट हार सकते हैं। पोल के मुताबिक, उनके खिलाफ शहर के पूर्व मेयर और डीएमके उम्मीदवार पी गणपति राजकुमार की दावेदारी काफी मजबूत है।
इस बीच, अन्नामलाई ने चैनल की भविष्यवाणी को खारिज कर दिया है और अपनी सीट जीतने पर विश्वास जताया है। इंडिया टुडे से बात करते हुए, भाजपा उम्मीदवार ने कहा, "हम आपको 4 जून को चौंकाएंगे और आराम से अपनी सीट जीतेंगे। जीतना चाहिए। सबसे बड़ी हकीकत यह है कि मोदी जी बड़े जनादेश के साथ फिर वापसी कर रहे हैं।"
कोयंबटूर की यह सीट वर्तमान में सीपीएम नेता पीआर नटराजन के पास है, जिन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव डीएमके और कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ा था। नटराजन ने 45.85 प्रतिशत वोटों के साथ सीट जीती थी। जबकि भाजपा के सीपी राधाकृष्णन 31.47 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरे नंबर पर थे। दिलचस्प बात यह है कि कोयंबटूर तमिलनाडु की उन कुछ लोकसभा सीटों में से एक है जहां भाजपा ने जीत की उम्मीद लगा रखी है।
कोयंबटूर लोकसभा सीट की बात करें तो 1998 और 1999 में, भाजपा ने एएआईडीएमके के साथ गठबंधन में इस सीट पर कब्जा किया था। हालांकि पिछले चार लोकसभा चुनावों में इस सीट पर समीकरण बदल गए हैं। वामपंथियों ने कोयंबटूर में तीन बार - 2004, 2009 और 2019 में जीत हासिल की।
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