मोबाइल लेकर प्रवेश नहीं कर सकेंगे महाकालेश्वर मंदिर के अंदर, आदेश जारी
भोपाल। मध्य प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन स्थित ज्योतिर्लिंग श्री महाकालेश्वर मंदिर में अब मोबाइल ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है. दरअसल आए दिन मंदिर में फिल्मी गानों पर वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले सामने आ रहे थे, जिससे मंदिर की पवित्रता को ठेस पहुंच रही थी. अब मंदिर समिति ने बाहर ही मोबाइल रखने के लिए लॉकर बनाए हैं.
इन मोबाइल लॉकर्स में श्रद्धालुओं के मोबाइल रखे जाएंगे और क्यूआर कोड के माध्यम से उन्हें टोकन दिया जाएगा और टोकन दिखाने पर मोबाइल उन्हें वापस कर दिए जाएंगे. इस व्यवस्था से मंदिर में आए सभी श्रद्धालु और पुजारी खुश दिखाई दिए. इस व्यवस्था के लिए मंदिर समिति की तरफ से 10 हजार लॉकर बनवाए गए हैं. महाकाल मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने मंदिर क्षेत्र में मोबाइल पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिए हैं. इसके लिए सभी द्वारों पर लॉकर सुविधा उपलब्ध कराई गई है. उसके बावजूद भी कुछ यात्रियों ने मोबाइल उपयोग किया गया था, जिनसे ₹200 जुर्माने के रूप में वसूल किए गए हैं.
मंदिर के पुजारी महेश के मुताबिक, मंदिर प्रबंध समिति की तरफ से मोबाइल से फोटो और सेल्फी लेना, सब पर सख्ती से प्रतिबंध लगा दिया गया है. हम स्वागत करते हैं. यह सदैव हमारी मांग रही थी कि मंदिर के अंदर जो सेल्फी स्पॉट बनता जा रहा है, उस पर रोक लगनी चाहिए. आखिरकार आज से उस पर रोक लग गई है. साथ ही यह मांग भी करते हैं कि आज जो रोक लगाई गई है, यह सदैव चालू रहे. बाद में इसमें किसी भी तरह की नरमी और ढिलाई ना हो, जिससे दोबारा मंदिर की पवित्रता और परंपरा को ठेस पहुंचे. यह हमारा मंदिर समिति से आग्रह है. यह निर्णय मंदिर हित और श्रद्धालुओं के हित में हुआ है.
एक दर्शनार्थी शशिप्रकाश त्रिपाठी ने इस फैसले को लेकर कहा, मंदिर समिति की ओर से बहुत अच्छा निर्णय लिया गया है. इसका पूरा समर्थन करते हैं. हम भक्त लोगों के सिर्फ यहां पर आने का उद्देश्य होता है कि हम भगवान महाकाल के दर्शन करें और उनकी कृपा के पात्र बनें. हमें इससे कोई दिक्कत नहीं है. बहुत अच्छा निर्णय रहा है. किसी तरह की कोई समस्या नहीं आई. वहां पर पूरी प्रॉपर व्यवस्था की गई है. 5 मिनट के अंदर मोबाइल सबमिट कर दिए गए और अंदर आ गए. मंदिर दर्शन करने आईं एक श्रद्धालु राशि ने कहा, मैं यह मानती हूं कि अच्छा है कि प्रतिबंध लगा है. क्योंकि सभी लोग फोटो के चक्कर में इंस्टाग्राम और ट्विटर पर अपनी फिल्मी गानों पर वीडियो डालते थे, जिससे आस्था को बहुत ठेस पहुंचती है.