पत्नी मायके से वापस नहीं आ रही थी, 100 से ज्यादा बार कॉल करने के बाद पति ने दी जान
बाराबंकी: बाराबंकी में सफदरगंज थाना के दादरा गांव में एक युवक ने अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घर लौटे पिता ने बेटे का शव फांसी पर लटका देखा तो चीख पड़े। शोर सुनकर मौके पर भीड़ जुट गई। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। …
बाराबंकी: बाराबंकी में सफदरगंज थाना के दादरा गांव में एक युवक ने अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घर लौटे पिता ने बेटे का शव फांसी पर लटका देखा तो चीख पड़े। शोर सुनकर मौके पर भीड़ जुट गई। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। परिजनों ने बताया कि मृतक की पत्नी पिछले पांच माह से मायके से नहीं आ रही थी। जिससे वह डिप्रेशन में था। सफदरगंज थाना के दादरा गांव निवासी महमूद (34) का शव उसके घर के कमरे में छत में लगे पंखे के हुक से रस्सी से सोमवार की सुबह लटका मिला। खेत से लौटे पिता ने बेटे महमूद का शव देखा तो चीख पड़े। उनके चीखने की आवाज सुनकर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने शव को फंदे से उतरवाकर पोस्टमार्टम कराया है। पोस्टमार्टम हाउस में आए ग्रामीणों ने बताया कि घर में पिता-पुत्र ही थे। सुबह नौ बजे महमूद ने अपने पिता को चाय बनाकर दी थी। इसके बाद वह घर से खेत पर काम करने चले गए थे।
पोस्टमार्टम हाउस आए ग्रामीणों व परिजनों ने बताया कि मृतक की पत्नी फूलजहां अपने दो बच्चों को लेकर करीब पांच माह पहले अपने मायके चली गई थी। इसके बाद से वह वापस नहीं लौटी। बच्चे भी वहीं थे, जिससे महमूद तनाव में रहता था। ग्रामीणों ने बताया कि घटनास्थल पर मिले मृतक के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल देखी गई। रात से सुबह तक महमूद ने अपनी पत्नी को 116 बार फोन किया था, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया था। जिससे वह डिप्रेशन में रहा होगा और फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।