मुंबई में एक शख्स गायब हो जाता है. उसकी बीवी उसे तलाश करती है, लेकिन उसका पता नहीं चलता. चार दिन बीत जाते हैं. पांचवे दिन आखिरकार परेशान पत्नी पुलिस स्टेशन जाती है और अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराती है. फिर लापता शख्स का भाई यूपी से मुबंई पहुंचता है. अपने भाई को तलाश करने की पुरजोर कोशिश करता है. फिर उसके भाई का कोई सुराग नहीं मिलता. 11 दिन बीत जाते हैं और उसी 11वें दिन लापता शख्स की 6 साल की मासूम बेटी खुलासा करती है कि उसके पापा घर के किचन में मौजूद हैं. मुंबई में उस लापता शख्स के घर का किचन था. किचन के फर्श की खुदाई की जा रही थी. बाहर लोगों की भीड़ जमा थी. खुदाई का मंज़र देखने के लिए इतने लोगों की भड़ी आमतौर पर नहीं होती और ना ही सबकुछ कैमरे में क़ैद किया जाता. खुदाई शाम के चार बजे से शुरू होकर अगले रोज़ तड़के 3 बजे तक चलती रही और फिर जो मंज़र सामने आया. उसे देखकर वहां मौजूद लोग सहम गए.
इसकी वजह थी किचन के अंदर फर्श से करीब तीन फीट नीचे एक शख्स की उंगलियां नज़र आ रही थीं. वाकई ये मंज़र रोंगटे खड़े करनेवाला था. अब खुदाई में लगे मज़दूर बड़ी सावधानी से मिट्टी निकाल रहे थे. धीरे-धीरे ज़मीन के अंदर से चार अलग-अलग टुकड़ों में एक इंसानी लाश बरामद बाहर आ गई. जी हां, एक इंसान की लाश. लेकिन सवाल ये था कि आख़िर ये लाश यहां कहां से आई? ये मरनेवाला शख्स कौन था? इस लाश को घर के अंदर किचन में आख़िर किसने और क्यों दफ़नाया? जब ये सबकुछ हो रहा था तो इस घर के लोग कहां थे? एक इंसान के चार टुकड़े कर उसे इस भरी आबादी के बीच रिहायशी इलाके में एक घर के दफ्ना दिया गया और किसी को कानों-कान खबर तक नहीं मिली? आख़िर ऐसा कैसे हो सकता है?
मौका-ए-वारदात पर मौजूद बहुत से लोगों के मन में यही सवाल तैर रहे थे. बहरहाल, करीब 11 घंटे की जद्दोजहद के बाद खुदाई का काम पूरा हुआ और पुलिसवाले लाश किचन से बाहर निकाली. फिर एक तरह से उसे बटोर कर पॉलीथीन के पैक में बंद किया. लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया. अब जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ी, किचन में दफ्न इस लाश को लेकर सारी कहानी सामने आने लगी. ऐसी कहानी जिसे सुनकर लोग अंदर से हिल गए. लोगों के लिए यकीन करना भी मुश्किल था कि क्या ऐसा भी कभी हो सकता है?
बहरहाल, वो लाश किसी गैर की नहीं बल्कि उसी मकान में रहनेवाले 30 साल के रईस शेख की थी. वही रईस शेख जो यहां अपनी बीवी शाहिदा और छह साल की बेटी और छोटे बेटे के साथ रहता था. लेकिन फिर सवाल ये है कि आखिर रईस अपने ही घर में इस हाल में कैसे पहुंचा? उसे चार टुकड़ों में काट कर किचन में किसने दफ्न किया और क्यों? इस कहानी को समझने के लिए थोड़ा पीछे चलते हैं. मूल रूप से उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहनेवाले रईस की शादी अब से करीब नौ साल पहले यानी 2012 को शाहिदा से हुई थी. बाद में दोनों को दो बच्चे भी हुए. ज़िंदगी खुशहाल थी, लेकिन इसी बीच किसी ने रईस को काम के सिलसिले में मुंबई बुलाया. उसे मुंबई के ही दहिसर इलाके में रेलवे स्टेशन के पास एक कपड़े की दुकान में सेल्समैन की नौकरी मिल गई और रईस कुछ साल पहले अपने बीवी बच्चों के साथ गोंडा से दहिसर शिफ़्ट हो गया. वहां सबकुछ ठीक चल रहा था.
लेकिन पति-पत्नी की ज़िंदगी में तब एक ट्विस्ट आ गया, जब शाहिदा की दोस्ती दहिसर में ही उसके घर के पास रहनेवाले अनिकेत मिश्रा उर्फ अमित नाम के एक लड़के से हो गई. देखते ही देखते शाहिदा और अमित एक दूसरे के करीब आ गए और अमित अब अक्सर रईस और शाहिदा के घर आने लगा. लेकिन वो कहते हैं ना कि इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपते. पहले तो दोनों चोरी छिपे एक-दूसरे से मिलते रहे लेकिन फिर जब शाहिदा के पति रईस को दोनों के रिश्तों का पता चला, तो वो इस पर ऐतराज़ करने लगा. और बस यहीं से एक खौफनाक कत्ल की साजिश का आगाज़ हो गया. रईस दोनों के यूं मिलने का ऐतराज़ तो करता था, लेकिन उसने कभी ख्वाबों में भी नहीं सोचा था कि उसकी बीवी कभी उसका ये हश्र भी कर सकती है.
बहरहाल, 21 मई को रईस ने एक बार फिर अपनी बीवी शाहिदा और उसके आशिक अमित को आपत्तिजनक हालत में देख लिया. उसका गुस्सा होना लाज़िमी था. उसने दोनों के इस रिश्ते पर फिर से ऐतराज़ जताया, लेकिन पहले ही मौके की ताक में बैठे शाहिदा और अमित ने मिल कर पहले तो घर के अंदर ही एक तेज़धार चाकू से उसका गला काट दिया और फिर उसकी लाश घर के अंदर ही छुपा दी.
कत्ल तो हो चुका था, लेकिन एक पूरे के पूरे इंसान को गायब करना अपने-आप में बड़ी चुनौती थी. क्योंकि अगर लाश बरामद हो जाती, तो राज खुल जाता और दोनों पकड़े जाते. इसलिए दोनों ने रातों-रात रईस को उसी के घर में दफ्न करने जैसा भयानक और अजीबोग़रीब फैसला कर लिया.
इत्तेफ़ाक से जब ये सबकुछ चल रहा था, रईस और शाहिदा की छह साल की बच्ची की नींद खुल गई. उसने जब अपनी आंखों के सामने ये सबकुछ देखा तो बुरी तरह घबरा गई. लेकिन इस मासूम को असली सदमा लगना तो अभी बाकी था. एक तो मां के हाथों पिता का क़त्ल हो चुका था, दूसरा उसकी मां शाहिदा ने उसे ये कह कर बुरी तरह डरा दिया कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया तो वो उसे भी ड्रम में डुबोकर मार देगी और उसका भी वही हश्र करेगी, जो उसने उसके पापा का किया है. मासूम बच्ची बुरी तरह सहम गई और चुपचाप सो गई.
फिर शाहिदा ने अपने आशिक अमित के साथ मिलकर पहले तो अपने ही घर में किचन की खुदाई की और फिर अपने पति रईस की लाश को अंदर दफ़्ना दिया. चूंकि किचन में जगह की कमी थी और एक पूरी की पूरी लाश का लंबाई में दफ्न होना मुश्किल था. तो शाहिदा और अमित सारी हदें पार कर दी. उन्होंने रातों-रात रईस की लाश के चार टुकड़े किए और टुकड़ों को बेतरतीब तरीके से एक दूसरे के ऊपर डाला और उसे दफ्न कर दिया.
दोनों ने रईस के क़त्ल की साज़िश कितने ठंडे दिमाग और भयानक तरीके से रची थी, इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शाहिदा ने कुछ रोज़ पहले ही अपने घर में सीमेंट टाइल्स और मकान की मरम्मत की दूसरी चीज़ें मंगवा ली थी. ज़ाहिर है रईस को दूर-दूर तक इस साज़िश का पता नहीं था और उसने तब शाहिदा से इस सामान के बारे में पूछा भी था, लेकिन पुलिस की मानें तो तब शाहिदा ने ये कह कर रईस का शक दूर कर दिया था कि वो किचन की मरम्मत करवाना चाहती है.
बहरहाल, अब रईस इस दुनिया से जा चुका था. शाहिदा, उसके आशिक अमित और दो छोटे-छोटे बच्चों के सिवाय किसी को रईस की इस गुमशुदगी का सच पता नहीं था. लेकिन हर गुज़रते दिन के साथ रईस की गुमशुदगी लोगों को हैरान कर रही थी. उधर, जब-जब यूपी के गोंडा से रईस के घरवाले उसे फ़ोन करते, तो शाहिदा ये कह कर उन्हें चुप करा देती कि रईस उन्हें बिना बताए ही कहीं चला गया है. पहले कुछ दिनों तक तो गोंडा में रईस के घरवाले हैरान परेशान उसके बारे में पूछताछ करते रहे लेकिन फिर रईस का भाई अनीस मुंबई पहुंचा और अपने भाई को तलाशने करने की ठान ली.
इधर, शक गहराता देख कर शाहिदा ने भी चाल चली. 25 मई को वो दहिसर पुलिस स्टेशन पहुंची और उसने अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी. शाहिदा ने पुलिस को बताया कि रईस पिछले 21 मई से कहीं गायब है. लेकिन जैसे ही रईस का भाई उसे ढूंढते हुए दहिसर पहुंचा तो मामले में नया मोड़ आ गया. अपने चाचा को देखते ही रईस की बेटी ने उसे सारा सच बता दिया. जिसे सुन कर उसके रोंगटे खड़े हो गए. उसने पुलिस से शिकायत की और अपनी भाभी शाहिदा पर शक जताया. पुलिस उनके घर पहुंची. पूछताछ में पहले तो शाहिदा ने पुलिसवालों को भी बहलाने की कोशिश की.
लेकिन जब पुलिस ने किचन में बेतरतीब तरीके से लगी टाइल्स को देखा और आस-पास की मिट्टी खुदी हुई पाई, तो उसका शक गहरा गया. सुराग पहले ही मिल चुका था. अब शाहिदा से सख्ती से पूछताछ हुई तो वो टूट गई. उसने ना सिर्फ अपना जुर्म कबूल लिया बल्कि अमित के साथ मिलकर रईस को ज़मीन में दफ्नाने की पूरी कहानी भी सुनाई. इस तरह एक मासूम की गवाही पर उसके पापा की कातिल मम्मी और उसका ब्वायफ्रेंड गिरफ्तार कर लिए गए.