देहरादून के घंटाघर इलाके के एक होटल में बीते रविवार को एक युवती की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली थी. नुसरत नाम की यह युवती (21) होटल के कमरा नंबर 321 में किसी युवक के साथ ठहरी थी. लेकिन वारदात के बाद युवक मौके से फरार हो गया. इस बारे में देहरादून के एसएसपी ने कहा कि मृतका आरोपी विजय रावत के साथ रात में होटल में रुकी थी और आरोपी विजय ने ही युवती की हत्या गला दबाकर की है. युवती को होटल में उसके पति जावेद ने छोड़ा था. पुलिस का दावा है कि जावेद अपनी पत्नी नुसरत से गलत काम करवाता था और कई होटलों में पहले भी छोड़कर आता रहा है.
एसएसपी योगेन्द्र रावत ने कहा कि आरोपी विजय रावत चमोली जिले का रहने वाला है और वह पहले भी जेल की सजा काट चुका है. युवक पर धोखाधड़ी और चोरी के कई मुकदमे दर्ज हैं. हत्या के इस मामले में गिरफ्तार होने के बाद विजय रावत ने पुलिस को बताया कि नुसरत के पति ने 5 हजार रुपये में नुसरत को उसके पास छोड़ा था. देर रात शराब के नशे में नुसरत ने स्मैक मांगना शुरू किया. मेरे द्वारा स्मैक न होने की बात कहने पर वह मुझ पर जोर-जोर से चिल्लाने लगी. मैंने काफी देर तक उसे शांत करने की कोशिश की. पर जब वह नहीं मानी, तो गुस्से में आकर मैंने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी.
वारदात के बाद मैं वहां से भागने की फिराक में था. पर होटल में लोगों की आवाजाही अधिक होने के कारण मैं कुछ समय के लिए वहीं रुक गया. फिर रात में मौका देखकर मैं वहां से बाहर आ गया और पैदल-पैदल रेलवे स्टेशन तक पहुंचा. वहां से मैं टेम्पो पकड़कर आईएसबीटी आया और आईएसबीटी से हिमाचल रोडवेज की बस पकड़ कर हरिद्वार चला गया. हरिद्वार से मैं अलीगढ़ की बस पकड़कर मथुरा पहुंचा. वहां दो-तीन दिन रुकने के बाद में अपने घर चमोली जा रहा था, तभी श्रीनगर के पास पुलिस ने चेकिंग के दौरान मुझे गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस ने बताया कि विजय रावत ने जिस आईडी से होटल में कमरा बुक करवाया था, वह फेक थी. तब पुलिस ने कमरे की तलाशी ली. वहां पुलिस को विजय के वे कपड़े मिले जो कमरे में पड़े थे. पुलिस ने जब कपड़े की छानबीन की तो पता चला कि दो दिन पहले ही आरोपी युवक ने इसे सेलाकुई से खरीदा था. तब पुलिस हर दिन युवक का पीछा करती गई और श्रीनगर पौड़ी से उसे गिरफ्तार कर लिया.