15 जनवरी को क्यों मनाया जाता सेना दिवस? जानिए इतिहास और भारतीय सेना की ये ताकत कमजोर दिल वाले कतई ना देखें
नई दिल्ली: भारतीय थल सेना (Indian Army) के लिए आज बेहद ही खास दिन है. दरअसल, वर्ष 1949 में इसी दिन फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना की कमान ली थी. फ्रांसिस बुचर भारत के अंतिम ब्रिटिश कमांडर इन चीफ थे. सेना की कमान लेने के बाद फील्ड मार्शल केएम करियप्पा भारतीय आर्मी के पहले कमांडर इन चीफ बने थे. करियप्पा के भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर का पदभार ग्रहण करने के उपलक्ष्य में प्रत्येक वर्ष यह दिन 'आर्मी डे' के रूप में मनाया जाता है. बता दें कि इस दिन राजधानी दिल्ली और सभी सेना मुख्यालयों पर सैन्य परेडों, सैन्य प्रदर्शनियों और अन्य कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाता है. इस दौरान पूरा देश थल सेना की अदम्य साहस, वीरता, उनके शौर्य और कुर्बानियों को याद करता है. आज यानी 15 जनवरी 2022 के दिन 74वां आर्मी दिवस मनाया जा रहा है.
#ArmyDay
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) January 15, 2022
To confront multifarious security challenges, #IndianArmy is "In Stride with the Future", fully committed towards modernisation with impetus to indigenous solutions.#InStrideWithTheFuture#AmritMahotsav pic.twitter.com/Dpy9ClyCof
Best wishes on the occasion of Army Day, especially to our courageous soldiers, respected veterans and their families. The Indian Army is known for its bravery and professionalism. Words cannot do justice to the invaluable contribution of the Indian Army towards national safety. pic.twitter.com/UwvmbVD1hq
— Narendra Modi (@narendramodi) January 15, 2022
WATCH | Chief of Armed Forces - General Manoj Mukund Naravane (Army), Air Chief Marshal VR Chaudhari (Air Force), and Admiral R Hari Kumar (Navy) pay obeisance at the National War Memorial in Delhi to mark Army Day. pic.twitter.com/NTre9b7lcH
— ANI (@ANI) January 15, 2022